एविएशन सेक्टर की हालत होगी खस्ता, घरेलू हवाई यात्रियों की संख्या घटकर 9 करोड़ रहने की आशंका
रिपोर्ट के मुताबिक अंतरराष्ट्रीय हवाई यात्रियों की संख्या भी घटकर साढ़े तीन से चार करोड़ रहने का अनुमान है जो पिछले वित्त वर्ष में सात करोड़ थी.
नई दिल्लीः कोरोना वायरस महामारी के चलते कई तरह के ट्रैवल बैन से चालू वित्त वर्ष में घरेलू हवाई यात्रियों की संख्या घटकर आठ से नौ करोड़ रह जाने की संभावना है. विमानन परामर्श कंपनी सीएपीए इंडिया की जारी रिपोर्ट के मुताबिक भारतीय कंपनियों के ऑर्डर वाले 200 से ज्यादा विमानों की आपूर्ति भी दो साल तक के लिए टल सकती है.
कंपनी ने अपनी रिपोर्ट ‘कोविड-19 और भारतीय विमानन उद्योग की स्थिति’ में वित्त वर्ष 2020-21 में घरेलू हवाई यात्रियों की संख्या घटकर आठ से नौ करोड़ रहने का अनुमान जताया है. पहले यह अनुमान 14 करोड़ यात्रियों का था.
रिपोर्ट के मुताबिक देश से बाहर सफर करने वाले अंतरराष्ट्रीय हवाई यात्रियों की संख्या भी घटकर साढ़े तीन से चार करोड़ रहने का अनुमान है जो पिछले वित्त वर्ष में सात करोड़ थी. रिपोर्ट में कहा गया है, ‘कोरोना वायरस संकट से जुड़े यात्रा प्रतिबंध और आर्थिक गतिविधियों में नरमी से वित्त वर्ष 2020-21 की पहली तिमाही भारतीय उद्योगों के लिए कुछ काम की नहीं होगी. दूसरी तिमाही भी बाजार में ऐतिहासिक मांग की कमी के बीच गुजरेगी और एविएशन कंपनियां मामूली तौर पर हालात सुधरने की ओर बढ़ेंगी.’
सीएपीए ने कहा कि चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में कंपनियों के पास जरूरत से ज्यादा विमान बेड़ा उपलब्ध होगा. कंपनी ने कहा कि यह शुरुआती अनुमान है और वक्त के साथ इसमें संशोधन भी हो सकता है.
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