फाइनेंशियल प्लानिंग करते समय न करें ये 5 गलतियां, पड़ेंगी बहुत भारी
फाइनेंशियल लक्ष्यों को पूरा करने की योजनाओं के बारे में पढ़ें यहां.
नई दिल्लीः जीवन में आर्थिक मुद्दों के लिए प्लानिंग करना बेहद जरूरी होता है. कई बार प्लानिंग के अभाव में हम ऐसी गलतियां कर बैठते हैं जो आर्थिक जीवन को बुरी तरह प्रभावित करती हैं. यहां पर आपको ऐसी ही गलतियों के बारे में बताएंगे और ये भी समझाएंगे कि कैसे उनसे आप बच सकते हैं.
अपने खर्चों का हिसाब न रखना - हममें से अधिकांश लोग अपने मासिक खर्चों का हिसाब नहीं रखते और अंधाधुंध खर्च करते हैं. क्रेडिट कार्ड होने की सूरत में तो कई बार आय से अधिक खर्चा कर बैठते हैं और बाद में सोचते हैं कि पैसा गया तो गया कहां? आप ऐसी गलती बिलकुल न करें और अपने मासिक खर्चों का हिसाब जरूर बनाएं. बजट बनाकर खरीदारी करने से आपको पता होता है कि कितनी सीमा तक जाकर आपको खर्चे करने हैं.
निवेश करने में देरी करना या न करना - निवेश जितनी जल्दी शुरू किया जाए उतना ही अच्छा रहता है लेकिन कई बार आम लोग निवेश करने में कोताही बरतते हैं और निवेश करने से बचते हैं. आप ऐसी गलती भूलकर भी करें और निवेश को अपने फाइनेंशियल प्लानिंग में जरूर शामिल करें. भले ही आप पारंपरिक निवेश विकल्पों में पैसा लगाएं या जोखिम वाले विकल्प में पैसा लगाएं लेकिन पैसा लगाएं जरूर. केवल बचाने से पैसा नहीं बढ़ता बल्कि निवेश करने से बढ़ता है. इस बात को याद रखें.
निवेश के लक्ष्यों को न समझना - अगर आपको ये पता ही नहीं है कि किन लक्ष्यों के लिए आप निवेश कर रहे हैं तो आपका निवेश करना सही फल नहीं दे सकता है. आपको पता होना चाहिए कि किस लक्ष्य के लिए कितना लंबा निवेश कर रहे हैं और कितनी रकम का निवेश कर रहे हैं. साथ ही ये भी पता होना चाहिए कि कितना रिटर्न आपको मिल सकता है.
अपने निवेश में विविधता न रखना - निवेश को अपनी जरूरतों के मुताबिक विविधता प्रदान करते रहना चाहिए. उदाहरण के लिए अगर फिक्स्ड रिटर्न चाहते हैं तो पारंपरिक निवेश विकल्पों जैसे पीपीएफ, एफडी आदि में निवेश करें. इसके अलावा अगर तेज और ज्यादा रिटर्न चाहिए तो म्यूचुअल फंड और शेयर बाजार के विभिन्न ऑप्शंस में निवेश कर सकते हैं. कुल मिलाकर सारा निवेश एक ही तरह के ऑप्शंस में न डालें.
निवेश की लगातार समीक्षा न करना - आपने निवेश तो कर लिया लेकिन उसपर नजर बनाकर नहीं रखी तो आपकी उम्मीद से कहीं कम रिटर्न मिलने की संभावना रहती है. अपनी उम्र, जोखिम उठाने की क्षमता और फाइनेंशियल गोल्स के आधार पर इंवेस्टमेंट पोर्टफोलियो में लगातार बदलाव करते रहें. बाजार में भी लगातार सक्रिय रहने वाले निवेशक को ज्यादा रिटर्न मिलने की उम्मीद रहती है.
इस तरह यहां बताई गई इन पांच बातों का ख्याल रखेंगे तो आप फाइनेंशियल लक्ष्यों को पूरा कर पाएंगे और निवेश के जरिए बढ़िया रिटर्न भी हासिल कर पाएंगे.
ये खबर एक्सपर्ट के दावे पर हैं. ABP न्यूज़ इसकी पुष्टि नहीं करता. आप किसी भी सुझाव पर अमल करने से पहले अपने एक्सपर्ट की सलाह जरूर ले लें.