क्रेडिट कार्ड आपको खरीदारी की सुविधा देता है. लेकिन इसका इस्तेमाल सोच-समझ कर करना चाहिए. ऑफर,डिस्काउंट आदि के चक्कर में नासमझी से क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल आपकी जेब पर बहुत भारी पड़ता है. आइए जानते हैं 5 तरीके, जिनसे आप क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल ज्यादा समझदारी से कर पाएंगे.


1.सिर्फ रिवार्ड प्वाइंट के लिए ज्यादा खर्च न करें


रिवार्ड प्वाइंट कस्टमर्स को आकर्षित करने के लिए होते हैं. ये ग्राहक को ज्यादा खर्च करने के लिए प्रेरित करते हैं. सिर्फ रिवार्ड प्वाइंट जुटाने के लिए खर्च न करें. तभी खर्च करें जब जरूरी हो. वक्त गुजरने के साथ रिवार्ड प्वाइंट की वैल्यू कम हो जाती है. इसलिए ज्यादा से ज्यादा प्वाइंट जुटाने के लिए इंतजार न करें. कई कार्ड में ये प्वाइंट लैप्स हो जाते हैं. इसलिए समझदारी है कि ज्यादा रिवार्ड प्वाइंट के चक्कर में ज्यादा जेब ढीली न करें.


2. एक से अधिक कार्ड सुविधाजनक है लेकिन एक हद तक


एक से अधिक कार्ड सुविधाजनक हो सकते हैं. लेकिन एक हद तक. एक से अधिक कार्ड आपको ज्यादा डील हासिल करने में मदद करते हैं क्योंकि कोई कार्ड ट्रैवल में छूट देता है तो कोई फूड पर. लेकिन आपके पास तीन चार-कार्ड से अधिक नहीं होना चाहिए. इन्हें मैनेज करना आसान नहीं होता.


3. क्रेडिट कार्ड से कैश निकालना समझदारी नहीं


आपको लगता है कि क्रेडिट कार्ड से कैश निकाला जा सकता है क्योंकि ब्याज 2-3 फीसदी ही तो ज्यादा है. लेकिन का महीने का 2-3 फीसदी ब्याज साल का 24 से 36 फीसदी तक हो सकता है.इसके अलावा अडवांस कैश फीस भी देनी होती है. इसके अलावा बिलिंग साइकिल के दौरान सभी परचेजिंग पर ब्याज वसूला जाता है. इसलिए यह बहुत महंगा पड़ता है. क्रेडिट कार्ड से इमरजेंसी में ही पैसा निकालें.


4. फ्री कार्ड ज्यादा कारगर नहीं


फ्री कार्ड से अक्सर कई सर्विस नहीं मिल पाती है. कई सर्विस जो फीस वाले कार्ड से मिल सकती है, वह ज्यादा कीमती हो सकती है. फ्री कार्ड की वजह से आपको इन सेवाओं से वंचित होना पड़ता है. इसलिए बहुत ज्यादा फ्री कार्ड के चक्कर में नहीं पड़ना चाहिए. उन क्रेडिट कार्ड्स का इस्तेमाल करें जो प्रोडक्ट और सर्विस में डिस्काउंट या बेनिफिट देते हैं.


5. बच्चों को बताएं क्रेडिट कार्ड का सही इस्तेमाल


कई लोग किशोर बच्चों को क्रेडिट कार्ड न देने के हक में हैं. लेकिन कुछ का कहना है उन्हें यह देना चाहिए और इसका सोच-समझ कर इस्तेमाल करना सिखाना चाहिए. आप इसमें क्रेडिट कार्ड लिमिट तय कर सकते हैं. उनके मासिक स्टेटमेंट की समीक्षा कर ज्यादा खर्च करने की आदत को नियंत्रित कर सकते हैं.