भारतीय बीमा विनियामक और विकास प्राधिकरण ने बीमा कंपनियों से कहा है कि उन्हें मौजूदा और नए पॉलिसी होल्डर्स के लिए आयुष्मान भारत हेल्थ अकाउंट (ABHA) ID यानी आयुष्मान कार्ड बनाना होगा. इस यूनिक आईडी के तहत नागरिक अपने स्वास्थ्य से जुड़ी सभी जानकारियों को एक्सेस कर सकते हैं.
यह आईडी आपके हेल्थ का पूरा डाटा रखता है. साथ ही इसकी मदद से आप अस्पताल और डॉक्टरों को सही चयन भी कर सकते हैं. इसके अलावा, रजिस्ट्रेशन के समय लंबी लाइन से भी बच सकते हैं और आप अपना समय बचा सकते हैं. हेल्थ आईडी स्वास्थ्य प्राधिकरण (एनएचए) की ओर से लागू किए जा रहे आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन (एबीडीएम) का हिस्सा है.
सभी भारतीयों को कवर करने का लक्ष्य
अभी तक 402.6 मिलियन ABHA आईडी बनाई गई है. इस आईडी के तहत सभी भारतीय को कवर करना है. साल 2022 से भारतीय बीमा विनियामक और विकास प्राधिकरण (आईआरडीएआई) और एनएचए एबीएचए आईडी निर्माण में तेजी लाने की कोशिश कर रहे हैं. वहीं इंश्योरेंस क्लेम प्रोसेसिंग में तेजी लाने का भी पता लगाया है.
फॉर्म में ही मिलेगी आईडी बनवाने की सुविधा
बीमा नियामक ने अपने निर्देश में कहा कि सभी बीमाकर्ताओं को बीमा कवर चाहने वाले लोगों की ABHA संख्या को दर्ज करने और बीमाकर्ताओं या तीसरे पक्ष के प्रशासकों (TPAs) के साथ मेडिकल रिकॉर्ड साझा करने के लिए सदस्य की सहमति लेनी होगी. इसके लिए उन्हें इंश्योरेंस फॉर्म के दौरान ही (ऑनलाइन फॉर्म सहित) आभा विकल्प की सुविधा चुनने का अधिकार देना होगा.
बीमाधारकों के पहचानने में होगी मदद
इरडा ने बीमाकर्ताओं से यह भी कहा है कि वे एजेंटों के जरिए ABHA नंबर बनाने में सहायता ले सकते हैं. मौजूदा पॉलिसी होल्डर्स रिन्यू प्रॉसेसे के दौरान अपना ABHA नंबर बना सकते हैं. आभा आईडी बीमा धारकों को डिजिटल रूप से पहचानने में मदद करेगी और स्वास्थ्य संबंधी सुविधा भी देगी.
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