Azad Engineering IPO: आईपीओ के लिहाज से दिसंबर का महीना बहुत अहम रहा है, जहां कई बड़ी कंपनियों के आईपीओ की एंट्री हुई है. इसके साथ ही कई आईपीओ लिस्ट होने को तैयार भी हैं. दिग्गज क्रिकेटर रहे सचिन तेंदुलकर के निवेश वाली कंपनी आजाद इंजीनियरिंग के आईपीओ को निवेशकों का तगड़ा रिस्पांस मिला है. इश्यू के बंद होने से पहले आईपीओ को कुल 83 गुना तक सब्सक्राइब किया गया है.
हर कोटे में निवेशकों ने लगाई इतनी बोली?
आजाद इंजीनियरिंग के 740 करोड़ रुपये के आईपीओ के बदले कुल 26,443 करोड़ रुपये की बोली मिली है. इसमें से क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स ने अपने हिस्से को 180 गुना तक सब्सक्राइब किया है. वहीं रिटेल निवेशकों ने अपने हिस्से को 24 गुना और हाई नेट इंडिविजुअल ने 90 गुना तक अपने कोटे पर बोली लगाई है. इस आईपीओ में QIB के लिए के लिए 50 फीसदी, रिटेल निवेशकों के लिए 35 फीसदी हिस्सा और हाई नेट इंडिविजुअल के लिए 15 फीसदी कोटे को रिजर्व था.
कब होगी शेयरों की लिस्टिंग?
यह आईपीओ निवेशकों के लिए 20 से 22 दिसंबर, 2023 के बीच निवेशकों के लिए खुला था. कंपनी ने 26 दिसंबर की डेट अलॉटमेंट के लिए तय की है. वहीं असफल निवेशकों को 27 दिसंबर को रिफंड प्राप्त हो जाएगा. सफल निवेशकों को डीमैट खाते में शेयर 27 दिसंबर को मिल जाएंगे. शेयरों की लिस्टिंग 28 दिसंबर, 2023 को होगी. यह लिस्टिंग BSE और NSE पर होगी. इस आईपीओ में कंपनी ने प्राइस बैंड 499 से 524 रुपये प्रति शेयर के बीच तय किया है. 720 करोड़ रुपये के इश्यू में से फ्रेश शेयर 240 करोड़ और ऑफर फॉर सेल के जरिए 500 करोड़ रुपये के शेयर जारी किए जाएंगे.
क्या है GMP का हाल?
आजाद इंजीनियरिंग के GMP की बात करें तो यह फिलहाल 23 दिसंबर को 345 रुपये पर है. अगर लिस्टिंग के दिन तक यह स्थिति बनी रहती है तो शेयर 65.84 फीसदी के फायदे के साथ 869 रुपये प्रति शेयर पर लिस्ट हो सकते हैं. कल शेयरों का जीएमपी 360 रुपये पर था.
क्या करती है कंपनी?
आजाद इंजीनियरिंग एयरोस्पेस, एनर्जी या डिफेंस में गुड्स सप्लाई का काम करती है. यह कंपनी 1983 में बनी थी और इसका कारोबार अमेरिका, चीन, यूरोप, पश्चिम एशिया और जापान तक फैला हुआ है. कंपनी आईपीओ के जरिए जुटाने वाली रकम का इस्तेमाल बिजनेस को बढ़ाने और कॉरपोरेट उद्देश्यों को पूरा करने के लिए करेगी.
ये भी पढ़ें-