Gautam Adani News: गौतम अडानी की एक कंपनी की 90 फीसदी हिस्‍सेदारी बिक चुकी है. इसे विदेशी फर्म ने खरीदा है. अमेरिका की न‍िवेश कंपनी बेन कैपिटल ने गौतम अडानी की हाउसिंग फाइनेंस और अडानी कैपिटल में 90 फीसदी की हिस्‍सेदारी खरीदने के लिए डील की है. गौतम अडानी की इस कंपनी में बाकी के 10 फीसदी की हिस्‍सेदारी एमडी और सीईओ गौरव गुप्‍ता के पास रहेगा. 


23 जुलाई को एलान करते हुए कहा गया है कि अमेरिका की फर्म अडानी की कंपनी में 90 फीसदी की हिस्‍सेदारी हासिल करने के बाद 120 मिलियन डॉलर का न‍िवेश करेगी. रिपोर्ट के मुताबिक, ट्रांजेक्‍शन इस साल की चौथी तिमाही तक पूरा होने की उम्‍मीद है. बेन कैपिटल का न‍िवेश GQG जैसी कंपनियों के अन्य वैश्विक निवेशों के बाद आया है, जिसने मई में गौतम अदानी के ग्रुप में अपनी हिस्सेदारी लगभग 10 फीसदी बढ़ा दी थी. 


हिंडनबर्ग रिपोर्ट से अडानी समूह पर असर 


गौरतलब है कि अडानी ग्रुप पर अमेरिका की शॉर्ट सेलिंग फर्म हिंडनबर्ग ने एक रिपोर्ट तैयार की थी, जिसके तहत अडानी ग्रुप पर कई आरोप लगाए गए थे. अडानी की फर्मों पर धोखाधड़ी, शेयरों के साथ हेरफेर जैसे कई आरोप लगाए गए थे. इन आरोपों के कारण न‍िवेशकों ने अडानी ग्रुप से अपने हाथ पीछे खींचे थे. अडानी ग्रुप निवेशकों का भरोसा जीतने के लिए कई कदम उठाए हैं. वहीं कई प्रोजेक्‍ट को छोड़ना भी पड़ा था. 


आईपीओ लाने वाली थी कंपनी 


अडानी कैपिटल और हाउसिंग अडानी ग्रुप की नॉन बैंकिंग फाइनेंस कंपनी है. रिपोर्ट में बताया गया है कि हिंडनबर्ग की रिपोर्ट से पहले कंपनी आईपीओ लाने का प्‍लान कर रही थी. मीडिया रिपोर्ट के मुतबिक, अडानी ग्रुप की यह कंपनी न‍िवेशकों से 1,500 करोड़ रुपये जुटाने का प्‍लान कर रही थी, ताकि वह अपने नॉन बैंकिंग कंपनी को आगे बढ़ा सके. गौरतलब है कि अडानी की कंपनी ने 2017 में लोन बांटने का काम शुरू किया था और मौजूदा समय में देशभर में इसके 160 ब्रांच हैं. 


फंड के लिए बेच रही कंपनी 


मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अडानी ग्रुप वर्तमान में नवी मुंबई एयरपोर्ट और गंगा एक्‍सप्रेसवे जैसे कई प्रोजेक्‍ट से जुड़ा हुआ है. इसके लिए 20 हजार करोड़ रुपये की आवश्‍यकता है. कंपनी ऐसे में नॉन बैंकिंग फाइनेंस कारोबार को बंद करने का प्‍लान किया है. 


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