बंधन बैंक के प्रमोटर 10,500 करोड़ रुपये का फंड जुटानेके लिए इसकी हिस्सेदारी बेचने की तैयारी कर रहे हैं. बंधन बैंक के प्रमोटर अपने 20 फीसदी शेयर बेचेंगे.बैंक के एक प्रमोटर समूह बंधन फाइनेंशियल होल्डिंग्स ने  शेयरों की बिक्री की तैयारी कर ली है. इसके तहत  33.74 करोड़ शेयरों की बिक्री होगी. ओपन मार्केट में इन शेयरों की बिक्री के लिए 311 करोड़ रुपये की फ्लोर प्राइस रखी गई है.


कई वित्तीय संस्थान हिस्सेदारी खरीदने की होड़ में 


क्रेडिट सुइस सिक्योरिटीज प्राइवेट लिमिटेड, जेपी मॉर्गन इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, गोल्डमैन सैक्स सिक्योरिटीज प्राइवेट लिमिटेड और जेएम फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशनल सिक्योरिटीज लिमिटेड बंधन की हिस्सेदारी खरीदने की होड़ में हैं. बंधन बैंक उन विकल्पों की तलाश कर रहा था, जिनसे बैंक में प्रमोटर्स की हिस्सेदारी को कम किया जा सके और इसे पेड अप इक्विटी कैपिटल के 40 फीसदी तक लाया जा सके. बैंक ने 2019-20 की सालाना रिपोर्ट में अपनी इस योजना का जिक्र किया है.


प्रमोटर हिस्सेदारी घटाने का दबाव 


बंधन बैंक में फिलहाल प्रमोटरों की होल्डिंग फिलहल 60.95 फीसदी है. पिछले साल आरबीआई ने बंधन बैंक को नए ब्रांच खोलने की अनुमति नहीं दी थी. आरबीआई ने प्रमोटर की बैंक में ऊंची हिस्सेदारी को देखते हुए इसकी इजाजत नहीं दी थी. आरबीआई ने बंधन बैंक के सीईओ और मैनेजिंग डायरेक्टर चंद्रशेखर घोष की सैलरी भी फ्रिज कर दी थी. बैंक के पूरे देश में 1100 ब्रांच हैं. आरबीआई की रेगुलेटरी पाबंदियां हटने के बाद ही यह शाखाओं का विस्तार कर पाएगा.


बैंक के लाइसेंसिंग नियमों के मुताबिक प्राइवेट बैंकों को अपनी स्थापना के तीन साल के भीतर प्रमोटर की हिस्सेदारी घटा कर 40 फीसदी कर देनी पड़ती है. दस साल में यह हिस्सेदारी घटा कर 20 फीसदी करनी होती है. पिछले महीने कोटक महिंद्रा बैंक में अपनी हिस्सेदारी घटाने के लिए उदय कोटक ने दो अरब डॉलर के शेयर बेचे थे.