Textiles Stocks: बांग्लादेश में बवाल के बाद भारतीय टेक्सटाइल स्टॉक्स में छप्परफाड़ तेजी, गारमेंट्स एक्सपोर्ट में खोई जमीन वापस पाने का मौका
Bangladesh Crisis: बांग्लादेश में हिंसा भारतीय टेक्सटाइल्स कंपनियों के लिए आपदा में अवसर लेकर आया है जिनके एक्सपोर्ट्स में बड़ी कमी आ गई थी.
Bangladesh Crisis Impact On Textiles Stocks: बांग्लादेश में पैदा हुए राजनीतिक संकट, वहां सड़कों पर हो रही हिंसा और प्रधानमंत्री पद से शेख हसीना के इस्तीफे के बाद भारतीय टेक्सटाइल और अप्पैरल कंपनियों के लिए गारमेंट्स एक्सपोर्ट्स के मोर्चे पर अपनी खोई हुई जमीन को दोबारा हासिल करने का बड़ा मौका नजर आ रहा है. और इसी का असर मंगलवार 6 अगस्त, 2024 के कारोबारी सत्र में टेक्सटाइल कंपनियों के शेयरों पर देखने को मिला है. स्टॉक एक्सचेंज पर ज्यादातर टेक्सटाइल कंपनियों के शेयर तेजी के साथ कारोबार कर रहे हैं तो कुछ स्टॉक्स तो 20 फीसदी की तेजी के साथ कारोबार कर रहे हैं.
टेक्सटाइल और अपैरल स्टॉक बने रॉकेट
दिग्गज टेक्सटाइल और अपैरल कंपनी गोकलदास एक्सपोर्ट (Gokaldas Export) का 19 फीसदी के करीब उछाल के साथ 1095 रुपये के लाइफटाइम हाई पर जा पहुंचा है. सेंचुरी इंका (Century Enka) के शेयर में भी जोरदार तेजी है और स्टॉक करीब 20 फीसदी के उछाल के साथ 705.75 रुपये के ऐतिहासिक हाई पर जा पहुंचा. एस पी अपैरल (S P Apparels) 17 फीसदी से ज्यादा की तेजी के साथ 925 रुपये पर ट्रेड कर रहा है.
वर्धमान टेक्सटाइल्स ( Vardhman Textiles) 12 फीसदी की तेजी के साथ 558 रुपये, सियाराम सिल्क (Siyaram Silk) 9 फीसदी की तेजी के साथ 514 रुपये, नितिन स्पीनर (Nitin Spinner) 8.73 फीसदी के उछाल के साथ 445 रुपये पर कारोबार कर रहा है. केपीआर मिल (KPR Mill) 14 फीसदी और वेलस्पन लिविंग (Welspun Living) 8 फीसदी के उछाल के साथ और अरविंद 10 फीसदी के करीब उछाल के साथ कारोबार कर रहा है.
ईनरवीयर शेयरों में तेजी
ईनर वियर बनाने वाली कंपनियों के स्टॉक्स भी तेजी के साथ कारोबार कर रहे हैं जो लंबे समय से ठंडे बड़े हुए थे. लक्स इंडस्ट्रीज (Lux Industries) 5 फीसदी, रूपा एंड कंपनी (Rupa & Company) का शेयर 5.60 फीसदी, डॉलर इंडस्ट्रीज (Dollar Industries) 8.10 फीसदी और जॉकी (Jockey) ब्रांड से ईनरवीयर बेचने वाली पेज इंडस्ट्रीज (Page Industries) का शेयर 1 फीसदी के उछाल के साथ ट्रेड कर रहा है.
उठापटक का होगा भारतीय टेक्सटाइल कंपनियों को फायदा
दरअसल बांग्लादेश पिछले दो दशकों में सबसे बड़ा गारमेंट्स एक्सपोर्टर बन चुका था. 2006 से ही भारतीय टेक्सटाइल और अपैरल कंपनियों ने बांग्लादेश का रूख करना शुरू कर दिया था. भारत के मुकाबले वहां मिनिमम वेज होने का बांग्लादेश को बड़ा फायदा मिलता रहा है. साल 2013 से 2023 के बीच बांग्लादेश का गारमेंट्स 69.6 फीसदी के दर से बढ़ा है जबकि वियतनाम का 81.6 फीसदी के दर से बढ़ा है. जबकि भारत का गारमेंट्स एक्सपोर्ट में 5 फीसदी से भी कम दर से बढ़ी है.
भारत का गारमेंट्स का एक्सपोर्ट 2022-23 में 16 बिलियन डॉलर का रहा था जबकि इसी अवधि में बांग्लादेश ने भारत से 3 गुना ज्यादा 47 बिलियन डॉलर का एक्सपोर्ट किया. अमेरिका यूरोप में भी बांग्लादेश बड़ा गारमेंट सप्लायर है. अमेरिका में गारमेंट्स एक्सपोर्ट्स में 10 फीसदी हिस्सेदारी बांग्लादेश का है. लेकिन बांग्लादेश में कट्टरपंथी हावी होते नजर आ रहे हैं. पूरी दुनिया में बांग्लादेश की छवि को ठेस पहुंची है और वहां राजनीतिक उठापटक और विद्रोह का फायदा भारत की टेक्सटाइल कंपनियों को मिल सकता है. भारत गारमेंट्स एक्सपोर्ट्स में अपनी हिस्सेदारी को बढ़ा सकता है जिसके चलते देसी टेक्सटाइल कंपनियों के स्टॉक्स में तेजी देखी जा रही है.
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