Bank Fixed Deposit vs National Saving Certificate: निवेशकों के लिए बाजार में कई तरह के ऑप्शन मौजूद हैं. इसमें कुछ विकल्प में बाजार जोखिम शामिल है, वहीं कुछ स्कीम मार्केट रिस्क से अलग है. आज हम आपको बिना रिस्क के निवेश करने वाली स्कीमों के बारे में जानकारी दे रहे हैं. देश की एक बड़ी आबादी है जो आज भी बैंक एफडी या पोस्ट ऑफिस की बचत योजनाओं में निवेश करना पसंद करती है. अगर आप भी पोस्ट ऑफिस की नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट और बैंक की एफडी स्कीम में से किसी एक में निवेश का प्लान बना रहे हैं तो हम आपको दोनों स्कीम की खूबियां और ब्याज दर के बारे में जानकारी दे रहे हैं.


देश के टॉप बैंकों में मिल रहा इतना ब्याज दर


पब्लिक सेक्टर के बड़े बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI FD Rates) सामान्य लोगों को 7 दिन से लेकर 10 साल तक की एफडी पर 3.00 फीसदी से लेकर 6.50 फीसदी तक ब्याज दर ऑफर कर रहा है. वहीं 400 दिन की स्पेशल एफडी पर 7.10 फीसदी ऑफ किया जा रहा है. वहीं एचडीएफसी बैंक (HDFC Bank FD Rates) 7 दिन से लेकर 10 साल तक की एफडी पर 3.00 फीसदी से 7.25 फीसदी ब्याज दर ऑफर कर रहा है. आईसीआईसीआई बैंक (ICICI Bank FD Rates) सामान्य लोगों को 3.00 फीसदी से 7.10 फीसदी तक ब्याज डिपॉजिट पर दे रहा है.


नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट पर मिल रहा इतना ब्याज


नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट (National Saving Certificate) पोस्ट ऑफिस की एक बचत योजना है जिसके तहत आपको जुलाई से सितंबर के बीच 7.7 फीसदी ब्याज दर मिल रहा है. इस स्कीम में आप मिनिमम 1,000 रुपये से लेकर अधितम जितना चाहें उतना निवेश कर सकते हैं. इसमें निवेश की राशि 100 के मल्टीपल में होनी चाहिए.


बैंक एफडी vs एनएससी


बैंक में जहां आप 7 दिन से लेकर 10 साल तक के लिए निवेश कर सकते हैं. वहीं एनएससी स्कीम में निवेश की अवधि 5 साल की है. जहां बैंक एफडी में ब्याज दर हर महीने या तीन महीने पर मिलती है, वहीं NSC स्कीम में यह केवल मैच्योरिटी पर की ग्राहक के खाते में ट्रांसफर किया जाता है. बैंक की 5 साल या उससे अधिक साल की एफडी पर इनकम टैक्स की धारा 80सी के तहत ब्याज दर मिल रहा है. NSC स्कीम पर भी 80सी के तहत 1.5 लाख रुपये की छूट मिलती है.


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