भारत में लगातार बैंकिंग फ्रॉड के मामले देखे जा रहे हैं. हाल ही में बैंकिंग फ्रॉड के मामले पर सरकार ने संसद में जानकारी देते हुए बताया कि कोटक महिंद्रा बैंक (Kotak Mahindra Bank) में सबसे ज्यादा बैंकिंग फ्रॉड की घटना सामने आई है. सरकार के द्वारा संसद में दी गई जानकारी के मुताबिक वित्त वर्ष 20221-2022 की शुरुआती नौ महीनों में बैंक में कुल 642 फ्रॉड के मामले सामने आए हैं. इन सभी मामलों में ग्राहक के साथ 1 लाख या उससे ज्यादा रकम की जालसाजी की गई है. इसके अलावा देश में और भी कई बैंक है जो इस तरह के साइबर अपराध के शिकार हुए हैं.
साइबर अपराध के मामलों में एक और बड़े प्राइवेट बैंक आईसीआईसीआई बैंक (ICICI Bank) का नाम भी शामिल है. सरकार द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक कुल 518 मामले बैंक के फ्रॉड आईसीआईसीआई बैंक में भी सामने आए हैं. इसके अलावा इंडसइंड बैंक में 377 मामले फ्रॉड के सामने आए हैं. सरकार ने संसद में बताया कि आरबीआई पिछले कुछ समय से साइबर फ्रॉड को कम करने के लिए लगातार कदम उठा रहा है. इस कारण अब मामलों में लगातार कमी देखी जा रही है. इसके साथ ही सभी बैंक अपने ग्राहकों को ज्यादा सतर्क करने की कोशिश कर रहे हैं. मामले पर जानकारी देते हुए वित्त राज्य मंत्री भगवत कराड में संसद में बताया कि कुल साइबर अपराध द्वारा ठगी गई राशि में पिछले पांच सालों में कमी देखी गई है.
कोटक महिंद्रा बैंक में लगातार बढ़ती फ्रॉड की घटनाएं
वित्त राज्य मंत्री भगवत कराड ने आकड़ों को पेश करते हुए बताया कि कोटक महिंद्रा बैंक में पिछले कुछ सालों में फ्रॉड के मामलों में लगातार बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है. RBI के आंकड़ों के मुताबिक बैंक में साल 2017 में 135 फ्रॉड के मामले सामने आए थे. वहीं 2018 में यह मामले बढ़कर 289, साल 2019 में 383 और साल 2020 में 652 हो गए. वहीं साल साल 2021 में मामले 826 तक पहुंच चुके हैं. अकेले वित्त वर्ष 2021-2022 में पहले 9 महीनों में फ्रॉड की संख्या 642 तक पहुंच चुकी है.
जानें बाकी बैंकों का हाल
- एक्सिस बैंक- 235 फ्रॉड के मामले
- HDFC बैंक-151 फ्रॉड के मामले
- स्टेट बैंक ऑफ इंडिया-159 फ्रॉड के मामले
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