Gold Loan: रिजर्व बैंक की ओर से रेपो रेट में छठवीं बार बढ़ोतरी की गई है. इस इजाफे के बाद से बैंकों से लोन लेना महंगा हो चुका है. लोगों पर मंथली ईएमआई देने का दबाव बढ़ चुका है. अपने ईएमआई को कम करने और लोन को खत्म करने के लिए लोग विकल्प की तलाश कर रहे हैं. ऐसे में आपके लिए गोल्ड लोन एक अच्छा विकल्प हो सकता है. 


पिछले कुछ सालों से भारत में गोल्ड लोन एक बेहतर विकल्प के रूप में उभरा है. बड़ी खरीदारी, घर खरीदने, पर्सनल कार्य के लिए लोन, त्योहारों के समय में किसी भी जर्नी के लिए या फिर अपनी आर्थिक स्थिति को बेहतर करने के लिए गोल्ड लोन अच्छा विकल्प हो सकता है, क्योंकि इसके तहत कोई उच्च ब्याज दर नहीं लगती है. आइए जानते हैं ये पर्सनल लोन से कैसे बेहतर विकल्प है. 


गोल्ड लोन लेना आसान प्रोसेस 


गोल्ड लोन के तहत योग्यता लंबे समय से कई लोगों के लिए चिंता का विषय रही है. गोल्ड लोन के प्रॉसेस को सरल बनाया गया है. इसके लिए सिबिल स्कोर की भी आवश्यकता नहीं है. 18 साल से अधिक का कोई भी व्यक्ति लोन ले सकता है. इस लोन को आप पढ़ाई से लेकर घर खरीदने तक पर खर्च कर सकते हैं. 


जल्द मिल जाता है ये लोन 


डिजिटल तकनीक के आ जाने से गोल्ड लोन पहले से जल्दी आपके खाते में आ जाता है. कुछ कंपनियां तुरंत लोन अकाउंट में ट्रांसफर करने का दावा करती हैं. 


गोल्ड पर ज्यादा अमाउंट 


2020 में भारतीय रिज़र्व बैंक ने लोन पर LTV अनुपात को 75 फीसदी से 90 फीसदी तक करने के लिए लेटर जारी किया था, जो उधारकर्ताओं को उनके सोने के आभूषणों के बदले ज्यादा कीमत देने का विकल्प पेश करती है. 


सस्ती ब्याज दर 


गोल्ड लोन पर ब्याज दर 8.5 फीसदी सालाना के करीब है. वहीं कई होम लोन से लेकर पर्सनल लोन तक पर बैंकों द्वारा ज्यादा ब्याज चार्ज किया जा रहा है. 


गोल्ड लोन चुकाना भी सरल 


गोल्ड लोन का एक प्रमुख आकर्षण लचीलापन है, जिसके साथ कोई भी लोन चुका सकता है. शुरुआत के अवधि में आप केवल ब्याज का भुगतान करने का विकल्प चुन सकते हैं. बाद के अवधि में आप बाकी पैसों का भुगतान कर सकते हैं. इसके तहत पेनल्टी भी नहीं लगाया जाता है. 


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