Bank of England Hikes Interest Rates : बैंक ऑफ इंग्लैंड (Bank of England) की तरफ से ब्याज दरों में आक्रामक बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. ब्रिटेन के केंद्रीय बैंक (Britain's Central Bank) ने गुरुवार को अपनी प्रमुख ब्याज दर में 0.50 फीसदी की बढ़ोतरी की है. बैंक ऑफ इंग्लैंड ने यह कदम ऐसे समय में उठाया है, जब महंगाई की रफ्तार सुस्त पड़ती जा रही है. अमेरिकी केंद्रीय बैंक की तरफ से ब्याज दरों में बढ़ोतरी धीमी हो गई है, और यूरो बैंक की तरफ से नरमी का रुख अपनाए जाने की उम्मीद है.


लगातार 9 वी बार बड़ी ब्याज दर


बैंक ऑफ़ इंग्लैंड ने अपनी प्रमुख ब्याज दर को 0.50 फीसदी बढ़ाकर 3.5 प्रतिशत कर दिया है. जो पिछले 14 सालों में इसका सबसे ऊंचा स्तर है. दिसंबर 2021 के बाद से यह लगातार 9वां मौका है, जब बैंक ऑफ इंग्लैंड ने ब्याज दरों में बढ़ोतरी की है. अपनी पिछली बैठक में बैंक ने 0.75 फीसदी की बढ़ोतरी की थी, जो पिछले 30 सालों में इसकी तरफ ब्याज दरों में की गई सबसे अधिक बढ़ोतरी थी. 


40 सालों के सबसे ऊंचे स्तर से नीचे पहुंची 


इस बार Bank of England के अधिकारियों ने बढ़ोतरी को लेकर कम आक्रामक रुख अपनाया है. वही पिछले हफ्ते जारी आंकड़ों के अनुसार, ब्रिटेन में महंगाई पिछले 40 सालों के सबसे ऊंचे स्तर से नीचे पहुंच गई है. इसके बाद केंद्रीय बैंक के रुख में यह नरमी देखने गई है.


स्विस ने बढ़ाईं ब्याज दर


स्विट्जरलैंड के केंद्रीय बैंक, स्विस नेशनल बैंक (Swiss National bank) ने भी गुरुवार को अपनी प्रमुख ब्याज दरें बढ़ा दीं है. यूरोप के दूसरे देशों के केंद्रीय बैंक भी महंगाई को काबू में करने के लिए अमेरिका के केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व की तर्ज पर अपने ब्याज दरों में बढ़ोतरी कर सकते हैं. स्विट्जरलैंड के केंद्रीय बैंक ने नीतिगत दर में 0.50 फीसदी की बढ़ोतरी की है.


एक दिन पहले फेडरल रिजर्व ने भी इतनी ही बढ़ोतरी की थी. स्विस बैंक की तरफ से 0.50 फीसदी की बढ़ोतरी उसके नरम रुख को दिखाता है. इससे पहले सितंबर माह में उसने 0.75 फीसदी की बढ़ोतरी की थी, जो उसकी अब तक की सबसे बड़ी बढ़ोतरी थी. स्विस बैंक ने कहा कि हाल के महीनों में महंगाई में कुछ नरमी जरूर आई है और खुदरा मंहगाई दर नवंबर में 3 प्रतिशत रही है.


बैंक में मिलेगी राहत की सांस 


वही मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, कैपिटल इकोनॉमिक्स के प्रमुख यूके अर्थशास्त्री पॉल डेल्स का कहना है कि इससे बैंक ऑफ इंग्लैंड के मुख्यालय को राहत की सांस मिलेगी, लेकिन नीति निर्धारक संतुष्ट नहीं हो सकते क्योंकि ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था लचीली साबित हो रही है और वेतन वृद्धि मजबूत बनी हुई है, उन्होंने एक शोध में यह बातें कही हैं. डेल्स ने कहा कि इसलिए ब्याज दरें अब भी और बढ़ाई जा रही हैं, लेकिन बैंक शायद उन्हें धीमी गति से बढ़ाए और वे उम्मीद से कम स्तर पर शीर्ष पर पहुंचेंगे.


40 सालों में ऊंचे स्तर होगी ब्याज 


इससे पहले यूनाइटेड किंगडम के केंद्रीय बैंक ने यह बढ़ोतरी ऐसे समय में की है, जब ब्रिटेन में खुदरा महंगाई की दर सितंबर में अपने पिछले 40 सालों के सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंच गई है. गौरतलब है कि बैंक ऑफ इंग्लैंड ने 6 हफ्ते पहले भी ब्याज दरों में 0.50 फीसदी की बढ़ोतरी की थी.  


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