नई दिल्ली: अगर आप बैंक ऑफ इंडिया में खाताधारी हैं तो आपके लिए एक राहत की खबर है. बैंक ऑफ इंडिया ने नए साल पर अपने ग्राहकों को राहत भरा तोहफा दिया है. बैंक ने अपना वो फैसला वापस ले लिया है जिसमें उसने एडिशनल सर्विस चार्ज लगाने का फैसला किया था. बैंक ने पैसे जमा करने, पैसे की निकासी और यहां तक कि केवाईसी के लिए भी ग्राहकों से सर्विस चार्ज लेने की बात की थी.


पैसे जमा करने, निकालने और केवाईसी के प्रस्तावित सर्विस चार्ज को बैंक ऑफ इंडिया 20 जनवरी से लागू करने वाला था, लेकिन बैंक ने अब ये फैसला वापस ले लिया है.


प्रस्तावित सर्विस चार्जेज में केवाईसी के लिए 25 रुपये तय किए गए थे. यानि आप अपना पता बदलते या मोबाइल नंबर बदलते और इसे बैंक में अपडेट कराते तो आपको 25 रुपये अदा करने होते. यहां तक कि अगर इंटरनेट बैंकिंग और मोबाइल बैंकिंग के जरिए अपने अकाउंट को ब्लॉक करने की रिक्वेस्ट देते तब भी 25 रुपये चार्ज देना होता. इसके साथ ही अगर इंटरेस्ट सर्टिफिकेट लेते तो इसके लिए 50 रुपये देने पड़ते.


इसी तरह बैंक स्टेटमेंट के लिए 25 रूपये का चार्ज देना पड़ता. दो लाख तक NEFT या RTGS से पैसे भेजने पर 25 रुपये चार्ज किया जाता. इसी तरह डुप्लीकेट पासबुक के लिए 50 रुपये की राशि तय की गई थी. बैंक ने अपने इस प्रस्ताव को वापस ले लिया है.