दुनिया भर में ब्याज दरों में कटौती की चल रही चर्चा के बीच जापानी सेंट्रल बैंक ने हर किसी को हैरान कर दिया है. जहां एनालिस्ट अनुमान लगा रहे हैं कि अब कोविड के बाद पहली बार सस्ती ब्याज दरों का दौर वापस आने वाला है, वहीं बैंक ऑफ जापान ने बुधवार को ब्याज दरें बढ़ाने का फैसला ले लिया. यह जापान के सेंट्रल बैंक के द्वारा 14 साल में ब्याज दर की पहली बढ़ोतरी है.


जापान में अब इतना महंगा हुआ ब्याज


जापानी सेंट्रल बैंक बैंक ऑफ जापान ने जुलाई 2024 की मनीटरी पॉलिसी मीटिंग के बाद ब्याज दर बढ़ाने के फैसले की जानकारी दी. बैंक ऑफ जापान ने बताया कि उसने ब्याज दर को बढ़ाकर 0.25 फीसदी करने का फैसला लिया है. इससे पहले जापान में सेंट्रल बैंक की ब्याज दर 0.10 फीसदी थी. इसका मतलब हुआ कि बैंक ऑफ जापान ने ब्याज दर को 0.15 फीसदी या 15 बेसिस पॉइंट बढ़ाया है.


एनालिस्ट कर रहे सस्ते ब्याज की उम्मीद


एशिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था में बैंकिंग नियामक ने यह फैसला ऐसे समय लिया है, जब दुनिया भर में एनालिस्ट ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद कर रहे हैं. कोविड महामारी के चलते सस्ते ब्याज का दौर समाप्त हो गया था और आसमान छूती महंगाई को काबू करने के लिए अमेरिका से लेकर भारत तक सेंट्रल बैंकों ने तेजी से ब्याज दरों में बढ़ोतरी की थी.


इस कारण बैंक ऑफ जापान ने लिया फैसला


हालांकि बैंक ऑफ जापान का यह फैसला अप्रत्याशित नहीं है. स्थानीय फैक्टर्स को देखकर ऐसा लग रहा था कि बैंक ऑफ जापान आज ब्याज दर को बढ़ाने का ऐलान कर सकता है. जापानी सेंट्रल बैंक का यह प्रयास स्थानीय करेंसी यानी येन की डॉलर की तुलना में गिरावट को थामने के लिए है. सेंट्रल बैंक के फैसले से पहले ब्याज दर बढ़ने की उम्मीद में येन मजबूत होकर डॉलर के मुकाबले 152.75 पर ट्रेड कर रहा था.


लंबे समय से लगभग जीरो ब्याज दर


जापान में सेंट्रल बैंक की ब्याज दरें लंबे समय से शून्य के आस-पास रही हैं. अभी पिछले 14 सालों से जापान में ब्याज दर महज 0.10 फीसदी थी. अब जाकर जापानी सेंट्रल बैंक ने 14 साल में पहली बार ब्याज दर को बढ़ाने का फैसला लिया है.


अमेरिका में फेडरल रिजर्व की बैठक


आज अमेरिका में भी ब्याज दर पर फैसला आने वाला है. अमेरिकी सेंट्रल बैंक की एफओएमसी मीटिंग आज होने जा रही है. फेडरल रिजर्व की इस बैठक में ब्याज दर में कटौती की कम ही उम्मीद है. हालांकि फेडरल रिजर्व ने इस बात के संकेत दिए हैं कि 2024 में ब्याज दरों में कटौती की शुरुआत हो सकती है. फेडरल रिजर्व के द्वारा ब्याज दर कम करने के बाद दुनिया के कई सेंट्रल बैंक ब्याज दरों को कम कर सकते हैं, जिससे कोविड के बाद एक बार फिर से सस्ते कर्ज वाले पुराने दिन लौट सकते हैं.


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