IDBI Bank Privatisation: आईडीबीआई बैंक के निजीकरण की प्रक्रिया को तेज किया जाएगा. बैंकिंग सेक्टर के रेग्यूलेटर भारतीय रिजर्व बैंक आईडीबीआई बैंक के संभावित खरीदारों की जांच में तेजी लाते हुए इसे अक्टूबर 2023 तक पूरा कर सकती है जिससे आईडीबीआई बैंक में हिस्सेदारी बेचने की प्रक्रिया को पूरा किया जा सके. 


रॉयटर्स के मुताबिक केंद्र सरकार और एलआईसी जिसके पास आईडीबीआई बैंक की हिस्सेदारी है वो अपनी हिस्सेदारी को बेचना चाहती है. बैंक में केंद्र सरकार के पास 45.48 फीसदी हिस्सेदारी है तो एलआईसी के पास 49.24 फीसदी स्टेक है. कोटक महिंद्रा बैंक, सीएसबी बैंक और एमिरेट्स एनबीडी की ओर से आईडीबीआई बैंक में मैजॉरिटी स्टेक खरीदने के लिए प्रारम्भिक बोली सबमिट करने के बाद आरबीआई ने अप्रैल 2023 में संभावित खरीदरों की जांच की प्रक्रिया को शुरू कर दिया था. किसी भी इकाई को बैंक के कामकाज को चलाने के लिए सौंपने से पहले आरबीआई खरीदार के एसेसमेंट करने में 12 से 18 महीने का समय लेता है. 


आरबीआई ने सरकार को बताया कि संभावित खरीदारों के जांच का काम इस महीने के आखिर तक पूरा कर लिया जाएगा.  जांच प्रक्रिया के पूरा होने के बाद सरकार जनवरी-मार्च के दौरान आईडीबीआई बैंक में हिस्सेदारी खरीदने के लिए जनवरी- फरवरी के दौरान बोली मंगाएगी और मार्च 2024 तक बैंक के निजीकरण का रास्ता फिर साफ हो जाएगा. आईडीबीआई बैंक के विनिवेश के जरिए सरकार ने 51000 करोड़ रुपये हासिल करने का लक्ष्य रखा है. 


आरबीआई के जांच के पूरा होने के बाद सरकार बोली लगाने वाले के साथ गोपनीय डेटा साझा करेगी जो बैंक ने कलेक्ट करना शुरू कर दिया है. जिसमें एम्पलॉयज पेंशन कॉर्पस, मेडिकल और इंश्योरेंस कवर शामिल है. इस खबर के सामने आने के बाद आईडीबीआई बैंक के स्टॉक में तेजी देखने को मिली है. आज बैंक का स्टॉक 2.53 फीसदी के उछाल के साथ 70.95 रुपये पर क्लोज हुआ है. 


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