Bank Strike December 2021: सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के करीब नौ लाख कर्मचारी गुरुवार से दो दिन की हड़ताल पर जा रहे हैं, जिससे बैंकिंग सेवाएं प्रभावित होने की आशंका है. यूनियन के नेताओं ने कहा कि इस हड़ताल का आह्वान सरकार द्वारा दो सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के निजीकरण के प्रयास के खिलाफ की जा रही है. सरकार ने बजट 2021-22 के दौरान सार्वजनिक क्षेत्र के दो बैंकों के निजीकरण का प्रस्ताव दिया था.
फंड ट्रांसफर जैसी सेवाएं हो सकती हैं प्रभावित
भारतीय स्टेट बैंक (SBI) सहित ज्यादातर बैंकों ने अपने ग्राहकों को सूचित किया है कि हड़ताल की वजह से चेक क्लीयरिंग और फंड ट्रांसफर जैसी बैंकिंग सेवाएं प्रभावित हो सकती हैं. ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स कनफेडरेशन (AIBOC) के महासचिव सौम्य दत्ता ने कहा कि बुधवार को अतिरिक्त मुख्य श्रम आयुक्त के समक्ष सुलह-सफाई बैठक विफल रही और यूनियनों ने हड़ताल पर जाने के फैसले को कायम रखा है.
4000 शाखाओं के कर्मचारी होंगे शामिल
आपको बता दें दो दिन की हड़ताल (16 और 17 दिसंबर) का आह्वान यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक्स यूनियन (UFBU) ने किया है. यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस के प्रदेश संयोजक महेश मिश्रा ने विज्ञप्ति जारी कर बताया की इस हड़ताल में सार्वजनिक क्षेत्र की 4,000 से भी अधिक शाखाओं में कार्यरत अधिकारी व कर्मचारी शामिल होंगे.
सरकार ला रही है विधेयक
उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार संसद के मौजूदा सत्र में बैंकिंग कानून संशोधन विधेयक लेकर आ रही है जिससे भविष्य में किसी भी सरकारी बैंक को निजी क्षेत्र में देने का रास्ता साफ हो जाएगा. बैंक कर्मचारी व अधिकारी सरकार के इस निर्णय के खिलाफ 16 व 17 दिसंबर की दो दिन की देशव्यापी हड़ताल करेंगे.
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