चेक से करते हैं पेमेंट तो पहले जान लें कितने तरह के होते हैं चेक, बाद में नहीं होगी कोई परेशानी
स्टेल का मतलब होता है पुराना यानी जो चेक जारी होने के बाद 3 महीने तक कैश नहीं हुआ है उसे स्टेल चेक कहा जाता है. गौरतलब, है कि चेक जारी करने के बाद उसे 3 महीने के अंदर कैश करना जरूरी होता है.
आज कल के समय में बैंकिंग सेक्टर (Banking Sector) में पैसे ट्रांसफर करने के बहुत से तरीके आ गए हैं. सबसे ज्यादा लोग ऑनलाइन पेमेंट (Online Payment) जैसे नेट बैंकिंग (Net Banking), यूपीआई पेमेंट (UPI Payment) आदि का इस्तेमाल करते हैं. लेकिन, आज भी चेक के द्वारा पेमेंट करना आज भी सबसे प्रचलित ऑप्शन्स (Famous Payment Options) में से एक है. आपने भी कभी न कभी चेक के द्वारा पेमेंट जरूर किया होगा. लेकिन, क्या आप चेक पेमेंट के कुछ टेक्निकल शब्दों के बारे में जानते हैं. जो व्यक्ति किसी और व्यक्ति को चेक जारी कर रहा है उसे 'Drawer' कहते हैं. वहीं जिसके नाम पर चेक जारी किया जा रहा है उसे Payee कहते हैं. तो चलिए हम आपको चेक के प्रकार के बारे में बताते हैं-
1. स्टेल चेक (Stale Cheque) क्या होता है?
स्टेल का मतलब होता है पुराना यानी जो चेक जारी होने के बाद 3 महीने तक कैश नहीं हुआ है उसे स्टेल चेक कहा जाता है. गौरतलब, है कि चेक जारी करने के बाद उसे 3 महीने के अंदर कैश करना जरूरी होता है. इसके बाद आप इसे कैश नहीं करा सकते हैं. तीन महीने के अवधि के बाद उस चैक को एक्सपायर चेक (Expiry Cheque) मान लिया जाता है और यह बाद में मान्य नहीं होता है. आरबीआई के रूल्स (RBI Rules) के अनुसार इस तरह के चेक को 3 महीने की अवधि खत्म होने के बाद कैश नहीं कराया जा सकता है.
2. पोस्ट डेटेड चेक क्या होता है?
पोस्ट डेटेड चेक (Post Dated Cheque) वह चेक होता है जिसे Payee जारी करने से पहले आगे की डेट मेंशन करता है. उदाहरण के तौर पर आपको किसी को भविष्य के लिए पेमेंट करना है और आपने उसे अगले तीन महीने में किसी भी तारीख के लिए चेक जारी कर दिया. इस तरह का चेक उन लोगों के लिए बेहतर है जिनके पास आज के समय में अकाउंट में पैसा नहीं है लेकिन, आगे कुछ दिनों में पैसे आने वाले हैं. अकाउंट में पैसों के हिसाब से चेक पर डेट मेंशन कर दें. इसके बाद उस तारीख को Payee चेक बैंक में डालकर पैसे Withdraw कर सकता है.
3. ऐंट डेटेड क्या है?
ऐंट डेटेड चेक (Ante-dated Cheque)वह चेक है जो जारी करने के हेट के बाद 3 महीने के अंदर बैंक में पेमेंट करने के लिए डाली जाती है. Drawer अपनी सुविधा के अनुसार चेक को कैश कर सकता है. लेकिन, ध्यान रखें कि चेक को कैश करने की अवधि जारी करने के तीन महीने के अंदर की होनी चाहिए वरना बाद में आपको परेशानी का सामना करना पड़ सकता है.
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