Byju Subsidiaries: एडटेक फर्म बायजू (Byju) के संकट कम होने का नाम ही नहीं ले रहे हैं. निवेशकों से विवाद, कैश समस्या, सैलरी भुगतान की दिक्कत और छंटनी जैसी समस्या से जूझ रही बायजू के सामने अब एक और संकट खड़ा हो गया है. बायजू की अमेरिकी सब्सिडियरी कंपनियों को दिवालिया घोषित करने की तैयारी शुरू की जा चुकी है. ये कंपनियां 1.2 अरब डॉलर का कर्ज नहीं चुकाने के कारण दिवालिया हो सकती हैं. कभी 22 अरब डॉलर की मार्केट वैल्यू हासिल कर चुकी इस दिग्गज कंपनी के लिए यह बहुत ही बुरी खबर है.


कर्ज नहीं चुका रही हैं ये तीनों कंपनियां


ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार, बायजू के अमेरिका स्थित लेनदारों ने एडटेक फर्म की सहायक कंपनियों को दिवालिया घोषित करने के लिए याचिका दायर की है. ये कंपनियां अपना कर्ज नहीं चुका रही हैं. एचपीएस इनवेस्टमेंट पार्टनर्स के नेतृत्व में कर्ज देने वालों ने न्यूरॉन फ्यूल इंक (Neuron Fuel Inc), एपिक क्रिएशंस इंक (Epic Creations Inc) और टैंजिबल प्ले इंक (Tangible Play Inc) के खिलाफ बुधवार को डेलावेयर में दिवालियापन के मामले दायर किए. 


पहले ही दिवालिया हो चुकी है बायजू अल्फा


यह तीनों बायजू अल्फा की सब्सिडियरी कंपनियां हैं. बायजू अल्फा (Byju Alpha) को इस साल की शुरुआत में 1.2 अरब अमेरिकी डॉलर (10,009 करोड़ रुपये) का कर्ज चुकाने में चूक के बाद दिवालिया घोषित कर दिया गया था. लाइवमिंट की रिपोर्ट के अनुसार, एक अमेरिकी नॉन बैंकिंग लोन एजेंसी ग्लास ट्रस्ट (Glas Trust) को 100 से अधिक लेंडर्स द्वारा टर्म लोन के लिए एडमिनिस्ट्रेटिव एजेंट नियुक्त किया था.


जिम्मेदारियां उठाने का इच्छुक नहीं बायजू मैनेजमेंट 


लेंडर्स ने कहा कि यह स्पष्ट है कि बायजू मैनेजमेंट के पास अपने दायित्वों का सम्मान करने का कोई इरादा या क्षमता नहीं है. दरअसल, आरोप हैं कि बायजू के फाउंडर और कंपनी में डायरेक्टर के पदों पर काम कर रहे बायजू रवींद्रन (Byju Raveendran), रिजू रवींद्रन (Riju Ravindran) और दिव्या गोकुलनाथ (Divya Gokulnath) ने अवैध रूप से लोन की 53.3 करोड़ डॉलर रकम में हेर-फेर किया है. इस पैसे के बारे में अभी तक जानकारी नहीं लग पाई है.


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