नई दिल्लीः रिजर्व बैंक के ताजा आंकड़ों के मुताबिक आठ मई को खत्म पखवाड़े के आखिर में बैंक लोन एक साल पहले के मुकाबले 6.52 फीसदी बढ़कर 102.52 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया जबकि इस दौरान बैंकों में जमा रकम 10.64 फीसदी बढ़कर 138.50 लाख करोड़ रुपये था. इससे पहले 10 मई 2019 को खत्म पखवाड़े में बैंक लोन 96.24 लाख करोड़ रुपये और जमा 125.17 लाख करोड़ रुपये थी.


इससे पिछले पखवाड़े से तुलना करने पर बैंक लोन 21,010.36 करोड़ रुपये घटकर 102.52 लाख करोड़ रुपये रह गया. इससे पिछले सप्ताह 24 अप्रैल 2020 को खत्म पखवाड़े में यह रकम 102.73 लाख करोड़ रुपये थी.


वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि सरकारी क्षेत्र के बैंकों ने एमएसएमई, कृषि और खुदरा सहित विभिन्न क्षेत्रों के लिये 6.45 लाख करोड़ रुपये के लोन मंजूर किये हैं. ये मंजूरी एक मार्च से 15 मई के बीच दी गई. सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों ने 8 मई को तक 5.95 लाख करोड़ का लोन मंजूर किया.


इससे पहले सीतारमण ने ट्वीट किया था, ‘‘सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों ने एक मार्च से 15 मई के बीच एमएसएमई, खुदरा, कृषि और कारपोरेट क्षेत्रों के 54.96 लाख खातों में 6.45 लाख करोड़ रुपये के लोन को मंजूरी दी है. यह आठ मई को मंजूर किये गये 5.95 लाख करोड़ रुपये के मुकाबले उल्लेखनीय बढ़त हुई है.’’


सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों ने अब तक 1.03 लाख करोड़ रुपये का इमरजेंसी लोन सुविधा और वर्किंग कैपिटल एक्सपेंशन दिया है. यह विस्तार 20 मार्च से 15 मई की अवधि में हुआ है. आठ मई तक के 65,879 करोड़ रुपये के लोन के मुकाबले इसमें यह बड़ी बढ़ोतरी हुई है.


ये भी पढ़ें


प्रॉविडेंट फंड में एंप्लाई 10 फीसदी से ज्यादा योगदान जमा कर सकते हैं, जानें सरकार ने क्या कहा


EPFO से जुड़ने वाले नये अंशधारकों की संख्या मार्च में घटी, 5.72 लाख पर रही