Bank Deposit Drive: बैंकों में घटते डिपॉजिट ने सरकारी से लेकर निजी बैंकों की चिंता बढ़ा दी है. खाताधारक (Account Holders) बैंक खातों (Bank Accounts) में अपनी गाढ़ी कमाई और बचत (Saving) को रखने की जगह दूसरे आकर्षक निवेश के एवेन्यू जहां उन्हें बेहतर रिटर्न मिल रहा है वहां निवेश को तरजीह दे रहे हैं. ऐसे में बैंकों के सामने डिपॉजिट (Deposit) का संकट खड़ा हो गया. बैंकों जितना लोन दे रहे हैं उनके पास उस अनुपात में डिपॉजिट नहीं आ रहे. ऐसे में डिपॉजिट आकर्षित करने के लिए बैंक अब ज्यादा ब्याज दर वाले डिपॉजिट स्कीमें लॉन्च कर रहे हैं. 


बैंकों ने लॉन्च किए आकर्षक डिपॉजिट स्कीमें 


निजी क्षेत्र की आरबीएल बैंक (RBL Bank) ने विजय डिपॉजिट (Vijay Deposit) नाम से 500 दिनों वाले डिपॉजिट स्कीम को लॉन्च किया है  जिसमें सुपर सीनियर सिटीजंस को सालाना 8.85 फीसदी ब्याज दर मिलेगा. सीनियर सिटीजंस को 8.6 फीसदी और सामान्य नागरिकों और एनआरई/एनआरओ फिक्स्ड डिपॉजिट पर 8.1 फीसदी ब्याज मिलेगा. सेविंग अकाउंट पर बैंक 7.5 फीसदी ब्याज देगी. एचडीएफसी बैंक (HDFC Bank) ने स्पेशल एडीशन फिक्स्ड डिपॉजिट ऑफर कर रही है जिसमें 35 महीने के एफडी पर 7.35 फीसदी और 55 महीने के एफडी पर 7.40 फीसदी ब्याज मिलेगा. सीनियर सीटीजंस को इसके अतिरिक्त 50 बेसिस प्वाइंट ज्यादा ब्याज मिलेगा. 


एसबीआई ने अमृत वृष्टि रिटेल टर्म डिपॉजिट स्कीम लॉन्च कर चुकी है जिसमें 444 दिनों के टेन्योर वाले एफडी पर 7.25 फीसदी ब्याज दिया जा रहा है.  बैंक ऑफ बड़ौदा ने भी स्पेशल डिपॉजिट स्कीम लॉन्च किया है जिसमें 399 दिनों वाले एफडी पर 7.25 फीसदी और 333 दिनों के एफडी पर 7.15 फीसदी ब्याज दिया जा रहा है. आने वाले दिनों में डिपॉजिटर्स को लुभाने के लिए बैंक डिपॉजिट स्कीमों को और भी आकर्षक बना सकते हैं.  


इनोवेटिव सेविंग प्रोडक्ट्स लाएं बैंक 


8 अगस्त 2024 को मॉनिटरी पॉलिसी का एलान करते हुए आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा, रिटेल इंवेस्टर्स के लिए वैकल्पिक निवेश के एवेन्यू ज्यादा आकर्षित होते जा रहे हैं जिससे बैंकों को लोन ग्रोथ को देखते हुए डिपॉजिट जुटाने में चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है. उन्होंने बैंकों को इनोवेटिव प्रोडक्ट्स, सर्विस ऑफरिंग और अपने ब्रांच नेटवर्क का पूरा इस्तेमाल करते हुए घरेलू वित्तीय बचत को जुटाने की नसीहत दी है. शनिवार 10 अगस्त को आरबीआई के बोर्ड के वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की बैठक हुई. इस बैठक के बाद वित्त मंत्री ने भी बैंकों को डिपॉजिट बढ़ाने के लिए इनोवेटिव स्कीमें लाने को कहा.   


म्यूचुअल फंड में डिपॉजिटर्स का पलायन


कोरोना काल के दौरान शेयर बाजार में जोरदार तेजी को देखते हुए निवेशक अब सिस्टमैटिक इंवेस्टमेंट प्लान के जरिए म्यूचुअल फंड्स में निवेश कर रहे हैं जहां उन्हें बैंक डिपॉजिट से ज्यादा रिटर्न मिल रहा है. जुलाई 2024 में एसआईपी के जरिए म्यूचुअल फंड में निवेश रिकॉर्ड 23000 करोड़ रुपये के पार जा पहुंचा है. इन आंकड़ों से जाहिर है कि डिपॉजिटर्स इक्विटी म्यूचुअल फंड्स में निवेश पर मिल रहे शानदार रिटर्न के चलते उधर मुखातिब हो रहे हैं जिसके बाद अपनी डिपॉजिट स्कीमों को आकर्षक बनाने का बैंकों पर दबाव बढ़ गया है.    


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