नई दिल्लीः तय संख्या और तय सीमा से ज्यादा खुद का ही पैसा बैंक में जमा कराने पर फीस. सुनने में अजीब सा लगता है ना. लेकिन सच्चाई यही है. देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक और सबसे बड़े निजी बैंक आईसीआईसीआई बैंक के साथ एक्सिस बैंक ने कैश जमा और कैश विदड्रॉल पर फीस के नियम तो पहले ही लागू कर दिए थे. वहीं एचडीएफसी बैंक ने नए नियम पहली मार्च से लागू किए हैं.


 

क्या हैं नियम

सबसे पहले बात भारतीय स्टेट बैंक की. बैंक की वेबसाइट से मिली जानकारी के मुताबिकः

  • अगर आपका औसत मंथली बैलेंस 25 हजार रुपये तक है तो आप एक महीने में 4 बार नगद मुफ्त में निकाल सकते हैं. इसके बाद हर लेन-देन पर 23 रुपये का चार्ज लगेगा, रकम चाहे जितनी भी हो.

  • 50 हजार से ज्यादा पर 10 और 1 लाख रुपये से ज्यादा मंथली बैलेंस की सूरत में एक महीने में 15 बार पैसा निकालने पर कोई फीस नहीं लगेगा. लेकिन उसके बाद हर लेन-देन पर 23 रुपये की फीस लगेगी.

  • अगर आपका औसत मंथली बैलेंस 25 हजार रुपये तक है तो स्टेट बैंक औऱ उसके सहयोगी बैंकों के किसी भी एटीएम से 5 बार पैसा निकालने या बैलेंस वगैरह की जानकारी लेने पर कोई फीस नहीं देना होगा. उसके बाद हर ट्रांजैक्शन पर 6 रुपये का चार्ज लगेगा.

  • 50 हजार रुपये से ज्याता के मंथली बैलेंस पर पैसा निकालने या बैलेंस वगैरह जानने के मामले में कोई सीमा नही होगी.
    अगर एसबीआई को छोड़ किसी दूसरे बैंक का एटीएम इस्तेमाल कर रहे हैं तो छह महानगरों (दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई, हैदराबाद और बैंगलुरु में तीन और बाकी जगहों पर पांच लेन-देन मुफ्त होगा जबकि उसके बाद पैसा निकालने पर 23 रुपये और बैलेंस वगैरह जानने पर 9 रुपये का चार्ज लगेगा.


अब बात सबसे बड़े निजी बैंक आईसीआईआई बैंक की.

  • इस बैंक के वेबसाइट पर उपलब्ध जानकारी के मुताबिक, आम सेविंग अकाउंट के लिए जो नियम हैं, उसके मुताबिक जिस शहर में आपका बैंक शाखा है, उस शहर के किसी भी बैंक शाखा या कैश एक्सेप्टर मशीन में एक महीने में चार लेन-देन यानी पैसा निकालने और जमा कराने पर कोई शुल्क नहीं लगेगा

  • चार बार में जितना पैसा चाहे जमा करा सकते हैं या निकाल सकते हैं, जबकि यदि कोई दूसरा व्यक्ति नकद जमा कराए तो उसके लिए सीमा 50 हजार रुपये ही होगी

  • पांचवे लेन-देन से हर पर प्रति हजार रुपये पर पांच रुपये या फिर कम से कम 150 रुपये फीस देना होगा

  • दूसरे शहर में जाकर नकद निकालने की सूरत में किसी भी महीने में पहला लेन-देन तो मुफ्त हो, लेकिन उसके बाद हर

  • लेन--देन पर पांच रुपये प्रति हजार की दर से या फिर कम से कम 150 रुपये फीस देना होगा.

  • दूसरे शहर में आप अपने खाते से पहली बार में जितना चाहे पैसा निकाल सकते हैं, कोई फीस नहीं लगेगी. लेकिन उसके बाद कम से कम 150 रुपये.

  • दूसरे शहर में आपके खाते से कोई दूसरा व्यक्ति ज्यादा से ज्यादा 15 हजार रुपया ही एक दिन में निकाल सकता है.

  • हर महीने आईसीआईसीआई के एटीएम से पांच बार पैसा निकालना या बैलेस वगैरह जानना मुफ्त होगा. लेकिन उसके बाद हर बार पैसा निकालने पर 23 रुपये और बैलेंस वगैरह जानने पर पौने दस रुपये देना होगा


अब बात एचडीएफसी बैंक की

दरअसल इसी बैंक की वजह से ट्रांजैक्शन फीस को लेकर नए सिरे से बहस शुरु हुई है. दरअसल, इस बैंक ने ट्रांजैक्शन फीस के अपने नियमों में बदलाव किया है. नए नियम पहली मार्च से लागू किए गए हैं. नए नियमों के तहत

  • हर महीने शाखा से चार बार नकद निकालने और जमा कराने पर कोई फीस नहीं लगेगा. उसके बाद प्रति लेन-देन कम से कम 150 रुपये का फीस होगा.

  • लेकिन यहां एक पेंच है. जिस शाखा में आपका खाता है, वहां पर एक महीने में दो लाख रुपये तक लेन-देन ही बगैर ट्रांजैक्शन फीस के कर सकेंगे. यदि एक ही बार में आपने इतना पैसा निकाल दिया या जमा करा दिया तो फिर दूसरे लेन-देन से आपको ट्रांजैक्शन फीस देना होगा.

  • एक और बात, यदि किसी दूसरी शाखा में जाकर नगद जमा कराते हैं या निकालना चाहे तो उसकी सीमा एक दिन में 25 हजार रुपये की होगी. उसके ऊपर लेन-देन के लिए 150 रुपये बतौर फीस चुकाने होंगे.

  • कोई दूसरा व्यक्ति यदि आपके खाते में नगद जमा कराना चाहे या निकालना चाहे तो उसके लिए 25 हजार रुपये की सीमा है और वो भी कम से कम 150 रुपये की फीस के साथ

  • एचडीएफसी बैंक के ग्राहकों के लिए अपने ही बैंक के एटीएम से पांच बार तक लेन-देन पूरी तरह से मुफ्त होगा. उसके बाद नगद निकालने की सूरत में 23 रुपये और बैलेंस वगैरह जानने की सूरत में पौने दस रुपये के करीब फीस देना होगा.
    यदि एचडीएफसी बैंक के ग्राहक किसी दूसरे बैंक के एटीएम का इस्तेमाल करते हैं तो छह शहरों ((दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई, हैदराबाद और बैंगलुरु) में तीन बार लेन-देन मुफ्त और बाकी शहरों में छह बार लेन-देन मुफ्त होगा. उसके बाद नगद निकालने की सूरत में 23 रुपये और बैलेंस वगैरह जानने की सूरत में पौने दस रुपये के करीब फीस देना होगा.


ध्यान देने की बातें

  • जनधन खाते या बेसिक सेविंग अकाउंट के मामले में ये नियम लागू नहीं होगी.

  • बुजुर्गों को भी रियायत मिलेगा


क्यों बैंकों ने तय सीमा से ज्यादा नकद लेन-देन पर फीस लगाई?

इसके पीछे 2 दलील दी गई है. एक, बैंक की शाखा और एटीएम मिलाकर 9-10 लेन-देन मुफ्त होते हैं. बैंकों का कहना है कि सामान्य सेविंग्स अकाउंट में इससे ज्यादा लेन-देन नहीं होता. लिहाजा ट्रांजैक्शन फीस से बड़ी तादाद में लोग प्रभावित नहीं होगे.

दूसरा, नकद लेन-देन को हतोत्साहित करने के लिए ही नियम बनाए गए हैं.

बहरहाल, तमाम बैंक कह रहे हैं कि ट्रांजैक्शन फीस का नोटबंदी से कोई लेन-देना नहीं है, ये पहले से ही लागू हैं.

आईसीआईसीआई बैंक ने पिछले साल पहली जून को इसमें कुछ बदलाव किया था, वहीं एचडीएफसी बैंक ने अब बदलाव कर पहली मार्च से नए नियम लागू किए हैं. दो प्रमुख सरकारी बैंक पंजाब नेशनल बैंक और बैंक ऑफ बड़ौदा के अधिकारियों ने साफ किया है कि उनके यहां नगद लेन-देन पर कोई ट्रांजैक्शन फीस नही है. कोई भी बैंक जितना चाहे, जितनी बार चाहे, नगद जमा करा सकता है. 13 मार्च से पैसा निकालने पर कोई पाबंदी नही रहेगी.