Collective Newsroom: ब्रिटेन की दिग्गज मीडिया कंपनी बीबीसी के मालिकाना हक में बड़ा बदलाव हो गया है. बीबीसी के चार पूर्व भारतीय पत्रकारों ने कलेक्टिव न्यूजरूम प्राइवेट लिमिटेड (Collective Newsroom Pvt Ltd) के नाम से एक कंपनी लॉन्च की है. बीबीसी इंडिया (BBC India) को चलाने के अधिकार इस कंपनी को दे दिए जाएंगे. भारत सरकार के एफडीआई नियमों से बचने के लिए यह फैसला लिया गया है. अब भारत में यह कंपनी ही भाषा आधारित कंटेंट सेवाएं उपलब्ध कराएगी.
हाल ही में दिल्ली ऑफिस में पड़ा था ईडी का छापा
प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) ने बीबीसी इंडिया के खिलाफ हाल ही विदेशी मुद्रा कानून के उल्लंघन का मामला दर्ज किया था. इसके अलावा ईडी ने फॉरेन एक्सचेंज मैनेजमेंट एक्ट (FEMA) के तहत कुछ अधिकारियों के बयान भी दर्ज किए थे. इसके बाद इनकम टैक्स डिपार्टमेंट (Income Tax Department) ने बीबीसी के दिल्ली ऑफिस में जांच-पड़ताल भी की थी.
चार पूर्व पत्रकार बने कलेक्टिव न्यूजरूम के मालिक
बीबीसी की पूर्व पत्रकार रूपा झा, मुकेश प्रसाद शर्मा, संजय मजूमदार और सारा हसन अब भारत में बीबीसी डिजिटल सर्विसेज के लिए न्यूज कंटेंट प्रोडक्शन का काम देखेंगे. यह कंटेंट हिंदी, गुजराती, मराठी, पंजाबी, तमिल और तेलुगु भी बनाया जाएगा. यह कंटेंट बीबीसी न्यूज की वेबसाइट, यूट्यूब, फेसबुक और इंस्टाग्राम पर भी इस्तेमाल किया जाएगा. कलेक्टिव न्यूजरूम ऑडियो पॉडकास्ट और टीवी न्यूज बुलेटिन प्रसारित करेगी. साथ ही अन्य पार्टनरशिप भी तलाशेगी.
26 फीसदी एफडीआई नियम के दायरे में आएगी कंपनी
बीबीसी इंडिया का नया मालिकाना हक डिजिटल मीडिया सेक्टर में 26 फीसदी एफडीआई नियम का पालन करेगा. रूपा झा ने लाइव मिंट को दिए एक इंटरव्यू में कहा कि नई कंपनी बीबीसी से अलग नहीं होने वाली है. हम जनता के हित और सच्चाई दिखाने के लिए काम करते रहेंगे. अब यह भारतीयों के स्वामित्व वाली कंपनी बन गई है. उन्होंने बताया कि ब्रिटेन के बाहर भारत ही बीबीसी का सबसे बड़ा मार्केट है. हम एक मीडिया कंपनी की तरह काम करेंगे और बीबीसी हमारा पहला क्लाइंट होगा. बीबीसी के अलावा भी अन्य कंपनियों के लिए हम कंटेंट प्रदान करेंगे.
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