Byju: बायजू पर लगा पैसा चुराने का आरोप, बीसीसीआई केस ने लिया नया मोड़
BCCI: अमेरिका के फाइनेंशियल क्रेडिटर ने NCLAT से कहा कि बायजू रविंद्रन और रिजू रविंद्रन ने 500 करोड़ रुपये गायब कर दिए थे. उसी पैसे से बीसीसीआई को भुगतान किया जा रहा है.
BCCI: बीसीसीआई को भुगतान न कर सकने के केस में दिवालिया कार्रवाई का सामना कर रही एडटेक कंपनी बायजू के ऊपर पैसे चोरी करने का आरोप लगाया गया है. अमेरिका के फाइनेंशियल क्रेडिटर ने पेमेंट का विरोध करते कहा है कि बीसीसीआई (BCCI) को भुगतान करने के लिए बायजू (Byju) इन पैसों का इस्तेमाल कर रही है. इससे पहले बीसीसीआई ने बुधवार को नेशनल कंपनी लॉ अपीलेट ट्रिब्यूनल (NCLAT) को बताया कि वह बायजू के साथ 158 करोड़ रुपये के केस में सेटलमेंट पर पहुंच गई है.
बीसीसीआई ने बताया कि 3 किस्तों में मिलेगा पैसा
भारतीय क्रिकेट को कंट्रोल करने वाली संस्था बीसीसीआई ने ट्रिब्यूनल से कहा कि बायजू रविंद्रन (Byju Raveendran) के भाई रिजू रविंद्रन (Riju Raveendran) ने मंगलवार को 50 करोड़ रुपये का भुगतान कर दिया है. इसके बाद 25 करोड़ रुपये का भुगतान गुरुवार को किया जाएगा. बाकी बचे 83 करोड़ रुपये का पेमेंट 8 अगस्त को होगा.
बायजू और रिजू रविंद्रन ने गायब किए 500 करोड़ रुपये
उधर, अमेरिका के फाइनेंशियल क्रेडिटर के वकील मुकुल रोहतगी ने NCLAT से कहा कि अमेरिकी कोर्ट के हिसाब से बायजू रविंद्रन और रिजू रविंद्रन ने 500 करोड़ रुपये साजिश के तहत गायब कर दिए थे. उन्होंने आरोप लगाया कि इन वित्तीय संकटों के बीच बायजू रविंद्रन दुबई भाग गए हैं. अब इन्हीं पैसों से बीसीसीआई को पेमेंट किया जा रहा है. अमेरिकी फाइनेंशियल क्रेडिटर ने ट्रिब्यूनल से दावा किया कि यह उनका पैसा है. इसलिए पेमेंट की इजाजत न दी जाए. उन्होंने बायजू रविंद्रन को न्याय से भागने वाला शख्स करार दिया.
बीसीसीआई ने कहा- दागदार पैसे को हम कभी नहीं लेंगे
बीसीसीआई के वकील हरीश साल्वे ने NCLAT से कहा कि वह दागदार पैसे को कभी नहीं स्वीकारेंगे. अमेरिकी फाइनेंशियल क्रेडिटर के आरोप तार्किक नहीं हैं. हालांकि, क्रेडिटर्स ने NCLAT से आग्रह किया कि वह बायजू से लिखित में लें कि यह पैसा बायजू रविंद्रन का नहीं है. इससे पहले दिवालिया प्रक्रिया के लिए नियुक्त किए गए अंतरिम रेजोल्यूशन प्रोफेशनल ने आरोप लगाया था कि बायजू ने 16 दिन गुजर जाने के बाद भी उन्हें कोई एक्सेस नहीं दिया है. बायजू उनके साथ सहयोग नहीं कर रही है.
ये भी पढ़ें
IDBI Bank: जल्द हो सकता है आईडीबीआई बैंक का प्राइवेटाईजेशन, आरबीआई से आई गुड न्यूज