Work-Life Balance: लोगों का सपना होता है कि उनकी सैलरी लाखों में हो. इसके लिए लोग कड़ी मेहनत भी करते हैं, मगर क्या हो जब कोई व्यक्ति अपने शौक को पूरा करने के लिए लाखों की सैलरी वाली नौकरी को छोड़ दे. ऐसा सुनकर ही निश्चित रूप से आपको बहुत हैरानी होगी. ज्यादातर लोग इसे बेवकूफी कहेंगे. बेंगलुरु के परनताप चौधरी ने कुछ ऐसा किया है, जिससे लोगों को बहुत हैरानी हो रही है. परनताप चौधरी बेंगलुरु की कंपनी Square Yards में असिस्टेंट वाइस प्रेसिडेंट के पोस्ट पर कार्यरत थे. उनकी सालाना सैलरी 54 लाख रुपये थी, मगर वह इस नौकरी से खुश नहीं थे. अपनी इच्छा को पूरा करने के लिए परनताप ने नौकरी छोड़ने का फैसला किया.  


अच्छे करियर के बाद भी नहीं थे खुश


अक्सर लोगों को लगता है कि अच्छी कमाई ही अच्छी नौकरी की पहचान होती है. पश्चिम बंगाल के रहने वाले परनताप चौधरी ने केवल 32 साल की उम्र में वह मुकाम हासिल किया, जिसे प्राप्त करने में लोगों को सालों लग जाते हैं. उन्होंने अपने करियर की शुरुआत Byju's और Squre Yards जैसी कंपनियों से की थी. इन दिग्गज स्टार्टअप्स में उन्होंने अहम भूमिका निभाई. इन कंपनियों में उन्होंने सैकड़ों लोगों को हेड किया और 5,000 से अधिक लोगों को प्रशिक्षण दिया. उनकी सालाना इनकम 54 लाख रुपये थी. इतनी कमाई के बाद भी परनताप चौधरी अपने काम से खुश नहीं थे और हमेशा से कोई नया काम करना चाहते थे.


नौकरी छोड़ अपने सपने को किया पूरा


अपने फैसले के बारे में एक लिंक्डइन पोस्ट के जरिए जानकारी देते हुए परनताप चौधरी ने बताया कि छह महीने पहले उन्होंने अपने जीवन का सबसे बड़ा फैसला लिया और नौकरी छोड़ने का निर्णय किया. उन्होंने अपनी फुल टाइम नौकरी छोड़कर शौक पूरा करने का मन बनाया. वह लंबे वक्त से लिंक्डइन पर लिखना चाहते थे और अपना ऑनलाइन बिजनेस शुरू करना चाहते थे. उन्होंने पोस्ट में लिखा कि मैंने छह महीने पहले इस दौड़ से बाहर होने का फैसला किया, ताकि मैं एक रिमोट और डिजिटल बिजनेस खड़ा कर सकूं. इसके साथ ही मैं अपने परिवार के साथ समय बिता सकूं, जो पहले मैं नहीं कर पाता था.


अपनों के साथ समय बिताना है ज्यादा महत्वपूर्ण


परनताप चौधरी ने बताया कि वह हफ्ते में 70 घंटे से अधिक काम करते थे, जिस कारण वह अपने परिवार और दोस्तों को समय नहीं बिता पाते थे. उनके पास इतना भी वक्त नहीं था कि वह परिवार के साथ रविवार को छुट्टी मना सकें. उन्होंने कहा कि पिछले 90 दिनों में मैंने नौकरी में 10 लाख रुपये के करीब कमाए होते, मगर मैंने इन तीन महीनों में पहली बार सही तरीके से अपनी जिंदगी जी है, जो मैं पिछले तीन साल में नहीं कर सका था.


लिंक्डइन पर लिखने का सपना कर रहे पूरा


उन्होंने कहा कि वह लिंक्डइन पर लिखने का अपने सालों का सपना पूरा कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि पिछले 90 दिनों से वह इस काम पर पूरी तरह से फोकस कर पा रहे हैं, जिस कारण लिंक्डइन पर उनके फॉलोअर्स की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है. भले ही उन्हें इस काम के लिए पहले के मुकाबले 10 फीसदी ही पैसे मिल रहे हैं, लेकिन अब वह इस काम से खुश हैं, जो उनके लिए बेहद अहम है. 


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