शेयर बाजार में लोगों की बढ़ती दिलचस्पी के साथ म्यूचुअल फंड में पैसे लगाने वाले इन्वेस्टर्स की संख्या भी लगातार बढ़ रही है. म्यूचुअल फंड वैसे इन्वेस्टर्स को सरल समाधान मुहैया कराते हैं, जो शेयर बाजार की चाल का गहराईसे अध्ययन नहीं कर पाते हैं, लेकिन बाजार के उच्च रिटर्न का फायदा उठाना चाहते हैं. अभी के समय में देखें तो बाजार में कई तरह के म्यूचुअल फंड उपलब्ध हैं, जो अलग-अलग जरूरतों वाले इन्वेस्टर्स के लिए होते हैं.


दोनों म्यूचुअल फंडों में फर्क


इन्वेस्टर्स के बीच लोकप्रिय म्यूचुअल फंडों में फ्लेक्सी कैप फंड और बैलेंस एडवांटेज फंड दोनों की गिनती होती है. आज हम इन दोनों म्यूचुअल फंडों के बारे में जानते हैं कि इनके क्या फायदे और क्या नुकसान हैं? किस तरह के इन्वेस्टर्स को इनमें निवेश करना चाहिए? इन दोनों म्यूचुअल फंडों में क्या समानताएं और क्या असमानताएं हैं?


इन्हें कहते हैं फ्लेक्सी फंड


फ्लेक्सी कैप म्यूचुअल फंड हों या बैलेंस एडवांटेज फंड, ये दोनों म्यूचुअल फंड डायवर्स पोर्टफोलियो का फायदा देने के लिए पसंद किए जाते हैं. फ्लेक्सी कैप फंड वैसे म्यूचुअल फंड को कहा जाता है, जो हर तरह के मार्केट कैप वाले शेयरों में निवेश करते हैं. एक फ्लेक्सी कैप म्यूचुअल फंड के पोर्टफोलियो में आपको लार्ज कैप, मिड कैप और स्मॉल कैप तीनों तरह के शेयर मिल जाएंगे.


ज्यादा डायवर्स हैं ऐसे फंड


फ्लेक्सी कैप म्यूचुअल फंड की कुछ सीमाएं भी हैं. इस तरह के म्यूचुअल फंड की सबसे बड़ी सीमा है कि वे सिर्फ इक्विटी में ही निवेश करते हैं. मतलब ये हुआ कि आपको इस तरह के म्यूचुअल फंड इक्विटी के दायरे में ही डायवर्स पोर्टफोलियो का लाभ देते हैं. वहीं बैलेंस एडवांटेज फंड का दायरा और विस्तृत है. बैलेंस एडवांटेज फंड में इक्विटी और डेट दोनों तरह के इंस्ट्रुमेंट होते हैं.


आपके लिए कौन बेहतर?


अब हमने फ्लेक्सी कैप म्यूचुअल फंड और बैलेंस एडवांटेज फंड दोनों तरह के म्यूचुअल फंडों के बारे में समझ लिया. साथ ही ये भी जान गए कि दोनों में बुनियादी फर्क क्या है. इसके बाद अब सबसे जरूरी सवाल उठता है कि किसी इन्वेस्टर के लिए दोनों में से कौन बेहतर विकल्प है? एक्सपर्ट इसके जवाब में कहते हैं कि दोनों ही फंड अपने-अपने हिसाब से सही हैं. आपके लिए दोनों में कौन बेहतर है, वह इस बात पर निर्भर करता है कि आपकी पार्टिकुलर जरूरतें क्या हैं.


रिस्क और रिटर्न से करें चयन


अगर आप कम रिस्क उठाना चाहते हैं और अपने पैसे को सुरक्षित रखना पसंद करते हैं, तो आपके लिए बैलेंस एडवांटेज फंड बेहतर विकल्प है. ये फंड बाजार में अचानक उथल-पुथल से कम प्रभावित होते हैं. हालांकि इनमें रिटर्न भी अपेक्षाकृत कम होता है. वहीं फ्लेक्सी फंड के साथ रिस्क ज्यादा होता है, लेकिन बड़ा रिटर्न मिलने की संभावनाएं भी होती हैं. कम शब्दों में कहें तो रिस्क पसंद करने वाले इन्वेस्टर्स के लिए फ्लेक्सी फंड बेहतर विकल्प हैं, जबकि निवेश की सुरक्षा को तरजीह देने वाले इन्वेस्टर्स के लिए बैलेंस एडवांटेज फंड बेहतर हैं.


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