मुश्किल दौर में भी SIP को न छोड़ें, जानें म्यूचु्अल फंड ने सिप निवेशकों को कैसे दिया शानदार रिटर्न
आंकड़ों से साफ हो गया है कि जिन निवेशकों ने कोरोना संक्रमण के दौरान बाजार में गिरावट के बावजूद सिप जारी रखा उन्हें काफी अच्छा रिटर्न मिला है.
म्यूचुअल फंड में सिप (SIP) के जरिये निवेश करने वालों को अक्सर यह सलाह दी जाती है कि मुश्किल दौर में भी वह इसमें निवेश बंद न करें. मार्केट में गिरावट के दौर में कई सिप निवेशक इसे बंद कर देते हैं. इसलिए उन्हें म्यूचुअल फंड में हाई रिटर्न का उन्हें फायदा नहीं मिल पाता है. कई निवेशकों ने कोरोना संक्रमण के दौर में अपना सिप इसलिए बंद दिया था कि उन्हें मार्केट में और गिरावट की आशंका थी.
सिप निवेशकों को मिला शानदार रिटर्न
लेकिन अब आंकड़ों से साफ हो गया है कि जिन निवेशकों ने कोरोना संक्रमण के दौरान बाजार में गिरावट के बावजूद सिप जारी रखा उन्हें काफी अच्छा रिटर्न मिला है. सिप निवेशकों के लिए लार्ज कैप फंड का रिटर्न 17.65 (तीन साल) और 14.21 फीसदी रहा है. लार्ज एंड मिड कैप फंड का तीन और पांच साल का रिटर्न क्रमश: 16.69 और 12.77 फीसदी रहा है. मल्टीकैप फंड का तीन और पांच साल का रिटर्न क्रमश: 16.99 और 13.05 फीसदी रहा है. मिडकैप फंड का रिटर्न 19.14 और 13.57 फीसदी रहा है. वहीं स्मॉल कैप का रिटर्न 18.82 और 12.74 फीसदी रहा है.
सिप में निवेशक घटे लेकिन रिटर्न की अच्छी उम्मीद
पिछले लगभग पांच साल से बड़ी तादाद में रिटेल निवेशकों ने एसआईपी के जरिये म्यूचु्अल फंड निवेश की दुनिया में कदम रखा है. भारत में म्यूचुअल फंड में लगभग 3.41 करोड़ सिप अकाउंट हैं. हालांकि इनमें निवेश में कमी आई है. मार्च, 2020 में सिप के जरिये 8,500 करोड़ रुपये का निवेश हो रहा था लेकिन नवंबर, 2020 में यह घट कर 7800 करोड़ रुपये पर पहुंच गया. वित्त वर्ष 2018-19 के दौरान निवेशकों ने सिप के जरिये एक लाख करोड़ से अधिक का निवेश किया था. मौजूदा वित्त वर्ष के पहले आठ महीनों में सिप निवेशकों ने 62,929 करोड़ रुपये का निवेश किया.
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