भारत में त्योहार का सीजन शुरू हो गया है. त्योहार के सीजन के शुरू होने के साथ ही बैंक अब अपने डेबिट कार्ड पर ऑफलाइन और ऑनलाइन स्टोर पर आपकी ज्यादा और बड़ी खरीदारी को EMI यानि समान मासिक किश्त में बदलने के लिए सुविधाओं को बढ़ावा दे रहे हैं.
आमतौर पर समान मासिक किश्त 3,6,12 या 18 महीने का समय के लिए होता है. इसके लिए आप उदाहरण के लिए एसबीआई डेबिट कार्ड के लिए EMI में परिवर्तित होने की प्रभावी ब्याज दर सालाना 14.70 प्रतिशत हो सकती है. इन योजनाओं में ग्राहक जतना खर्च कर सकते हैं उससे ज्यादा खरीद लेते हैं.
याद रखें, EMI का कोई भी रूप एक ऋण होता है. आवेदन करते समय और जब आप चूक करते हैं तो इसके साथ कई तरह के लागतें जुड़ जाती है.
क्या होती है EMI
EMI जिसे Equated Monthly Installment या समान मासिक किश्त कहते हैं लोन चुकाने या समान खरीदने पर जो समान मासिक किश्त का भुगतान किया जाता है उसे EMI कहते हैं. मौजूदा वक्त में हर व्यक्ति लोन के लिए अग्रसर होता है. लोन में आपको एक साथ पूरे रुपये मिल जाते हैं जबकि आपको इसे चुकाने के लिए एक साथ पूरे रुपेय चुकाने की जरूरत नहीं पड़ती है. बैंक आपको इसके लिए आसान प्रक्रिया के तहत EMI का विकल्प देती है. जिसके जरिए आप हर महीने बैंक से लिए गए लोन का धीरे-धीरे भुगतान कर सकते हैं. आपको बता दें EMI के जरिए अपने लोन चुकाने में आपको कुल रुपये का ब्याज भी चुकाना पड़ता है. इसका मतलब आप जितना लोन बैंक से लेंगे उसका ब्याज भी आपके EMI में जोड़ दिया जाएगा.
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