(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Ashneer Grover: शार्क टैंक इंडिया के जज अशनीर ग्रोवर ने 'दोगलापन' में BharatPe के अधिकारियों पर लगाए गंभीर आरोप, कही यह बात!
Ashneer Grover Book: भारत पे के पूर्व सह-संस्थापक अशीनर ग्रोवर ने अपनी किताब का नाम दोगलापन रखा है. किताब का यह नाम रखने के पीछे की कहानी भी बेहद दिलचस्प है.
BharatPe VS Ashneer Grover: भारतपे (BharatPe) के पूर्व सीईओ और शार्क टैंक इंडिया के पहले सीजन के जज रहे अशनीर ग्रोवर (Ashneer Grover) हमेशा सुर्खियों में रहते हैं. वह अपनी किताब को लेकर आजकल चर्चा में हैं. उन्होंने अपनी किताब का नाम 'दोगलापन' रखा है. वह लगातार अपनी किताब का प्रमोशन करने के लिए अनोखा प्रमोशन कर सकते रहे हैं. किताब के प्रमोशन के साथ ही अशनीर ने भारत पे के मौजूदा सीईओ सुहैल समीर (Suhail Sameer) पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने सुहैल समीर (Bharat Pe CEO) पर आरोप लगाते हुए का है कि उनके द्वारा कमाए गए पैसों का सुहैल अपने फिनटेक फर्म को बढ़ाने के लिए यूज कर रहे हैं. इसके साथ ही अशनीर ने समीर पर हाल ही समाप्त हुए टी20 विश्व कप में के लिए जाने के लिए कंपनी के पैसों का इस्तेमाल का भी आरोप लगाया है.
भारत पे और अशनीर ग्रोवर के बीच क्या है विवाद-
पिछले साल भारत पे (Bharatpe) और अशनीर के बीच झगड़ा मीडिया की हेडलाइन्स बन गया था. कंपनी ने अशनीर की पत्नी माधुरी जैन (Madhuri Jain) के साथ उनके बहनोई, ससुर, समेत कई परिजनों पर फर्जी बिल लगाने का आरोप लगाया था और कहा था कि इन सभी लोगों ने गलत बिल के जरिए कंपनी को 88 करोड़ रुपये का नुकसान किया है. बाद में भारत पे ने माधुरी जैन पर आईपीसी धारा 420 के केस भी दर्ज कराया था. इसके अलावा कंपनी ने अशनीर और माधुरी को कंपनी के सभी पदों से भी निकाल दिया था.
किताब का नाम है बेहद खास-
भारत पे के पूर्व सह-संस्थापक अशीनर ग्रोवर ने अपनी किताब का नाम दोगलापन रखा है. किताब का यह नाम रखने के पीछे की कहानी भी बेहद दिलचस्प है. शार्क टैंक इंडिया के पहले सीजन में अशनीर का 'दोगलापन' का डायलॉग बहुत फेमस हुआ था. वह शो में कई बार 'यह सब दोगलापन है' बोला था. इसके बाद उनका यह डायलॉग बहुत फेमस हो गया था. इसके बाद भारत पे के अधिकारियों से विवाद के बाद उन्होंने अपनी किताब लॉन्च करने का फैसला किया.
किताब के कारण हुआ केस-
अशनीर ग्रोवर ने यह दावा किया है कि उन पर 'दोगलापन' किताब के कारण केस किया गया है. उन्होंने कि इस किताब में भारत पे के अधिकारियों के कई ऐसे राज हैं जिनके पब्लिक में आने से हड़कंप मच सकता है. ऐसे में भारत पे के अधिकारियों ने खुद को बचाने के लिए उनके और उनके परिवार पर 88 करोड़ की धोखाधड़ी का केस दर्ज कराया है.
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