नई दिल्ली: मोबाइल कंपनियां अब ग्राहकों की जेबों पर अतिरिक्त बोझ डालने वाली हैं. मोबाइल सेवाओं की दरें बढ़ने से इसका असर सीधा आम लोगों पर पड़ेगा. भारत में करीब 120 करोड़ लोग मोबाइल इस्तेमाल करते हैं. इसमें करीब 70 फीसदी लोगों के पास प्रीपेड मोबाइल सेवा है. देश में केवल चार बड़ी मोबाइल सेवा कंपनियां हैं. इनके नाम वोडाफोन, आइडिया, एयरटेल और जियो है. अब ये सभी कंपनियां दाम बढ़ाने वाली है.
रिलायंस जियो ने मोबाइल सेवाओं की दरें छह दिसंबर से 40 प्रतिशत तक बढ़ाने की घोषणा की है. कंपनी ने एक बयान में कहा कि वह उपभोक्ता-प्रथम के अपने सिद्धांतों पर टिकी हुई है. कंपनी ने दावा किया है कि वह इस कारण शुल्क 40 प्रतिशत तक बढ़ाने के साथ 300 प्रतिशत तक अधिक फायदे भी देगी. वहीं वोडाफोन, आइडिया और एयरटेल घाटे में है और इसी कारण ये कंपनियां सेवा दर बढ़ाएगी.
बढ़ा हुआ रेट क्या होगा
Jio
जियो के 28 दिन वाले प्लान के लिए पहले 149 रुपये लगते थे लेकिन अब इसी प्लान के लिए ग्राहकों को 198 रुपये देना होगा. इसी तरीके से 84 दिनों के लिए जियो का प्लान पहले 399 का आता था लेकिन अब 448 रुपये में ये प्लान आएगा. वहीं 365 दिनों के प्लान के लिए जियो 1699 रुपये लेता है और इस प्लान में कोई बदलाव नहीं किया गया है.
एयरटेल
एयरटेल का 28 दिनों वाला प्लान अभी 129 रुपये में आता था जो बढ़कर 148 हो गया है. 84 दिन के प्लान के लिए कंपनी पहले 448 रुपये लेती थी अब 598 रुपये लेगी. वहीं पूरे साल का अगर आप एयरटेल का प्लान अब तक लेते थे तो आपको 1699 रुपये देना होता था लेकिन अब आपको 2398 रुपये इसी प्लान के लिए देना होगा.
वोडाफोन
वोडाफोन ने भी अपने सभी प्लान महंगे कर दिए हैं. अब तक आपको वोडाफोन के 28 दिनों के प्लान के लिए 179 रुपये देना होता था लेकिन अब इसी प्लान के लिए आपको 299 रुपये देना होगा. वहीं 84 दिन के प्लान के लिए आपको पहले 569 रुपये देने होते थे जो अब बढ़कर 699 हो गया है. वोडाफोन के साल भर के प्लान के लिए पहले आपको 1699 देने पड़ते थे वो अब आपको 2399 रुपये देने पड़ेंगे.
कंपनियां क्यों बढ़ा रही है दाम
टेलीकॉम कंपनियों के एक साथ दाम बढ़ाने को लेकर अब सबसे बड़ा सवाल है कि इन कंपनियों के घाटे का नुकसान देश की जनता क्यों भरे? इन बातों पर सरकार की चुप्पी क्यों है. TRAI इस मामले में दखल क्यों नहीं दे रही है.
दरअसल टेलीकॉम कंपनियों ने सितंबर तिमाही में सरकार को भारी घाटा दिखाया है. वोडा-आइडिया ने 50,921 करोड़ रुपये का घाटा दिखाया है. वहीं, एयरटेल ने 23,079 करोड़ रुपये का घाटा दिखाया है. वहीं जियो ने 990 करोड़ का मुनाफा दिखाया है.
बता दें कि इससे पहले जब भी टेलीकॉम कंपनियों के बीच प्राइस वॉर होती थी तो सेवा दर कम करने की होड़ सभी कंपनियों में लगी रहती थी. साल 1999 में जबसे नई टेलिकॉम पॉलिसी आई है तबसे लेकर आज तक यह पहला मौका है जब 30 से 35 प्रतिशत तक का टैरिफ प्राइज बढ़ाया गया है.