Ola Electric IPO: ओला इलेक्ट्रिक आईपीओ से भविष अग्रवाल को करोड़ों की कमाई, युवा अरबपतियों की लिस्ट में हुए शामिल
Bhavish Aggarwal Net Worth: ओला इलेक्ट्रिक के शेयरों की लिस्टिंग के बाद इसमें आई जबरदस्त तेजी ने कंपनी के सीईओ भविष अग्रवाल की नेट वर्थ को एक दिन में कई गुना तक बढ़ा दिया है.
![Ola Electric IPO: ओला इलेक्ट्रिक आईपीओ से भविष अग्रवाल को करोड़ों की कमाई, युवा अरबपतियों की लिस्ट में हुए शामिल Bhavish Aggarwal becomes one of Indias youngest billionaires after Ola IPO Ola Electric IPO: ओला इलेक्ट्रिक आईपीओ से भविष अग्रवाल को करोड़ों की कमाई, युवा अरबपतियों की लिस्ट में हुए शामिल](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/08/09/4ec6e9e054479538c54172afac33f7641723205980277121_original.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
Ola Electric IPO: ओला इलेक्ट्रिक (Ola Electric) के शेयरों ने लिस्टिंग के पहले ही दिन 20 फीसदी तक चढ़कर इसके निवेशकों को मालामाल कर दिया. क्या आप जानते हैं इस आईपीओ ने निवेशकों के अलावा कंपनी के सीईओ को भी खूब मुनाफा कमाकर दिया है. ओला इलेक्ट्रिक दो साल पहले मुश्किल दौर से गुजर रही थी. कंपनी के बहुत से स्कूटरों में आग लगने की खबर आई थी. ऐसे में कंपनी को भारी आलोचना का सामना करना पड़ा था. अब इसके दो साल बाद आईपीओ की मदद से इसके सीईओ देश के सबसे युवा अरबपतियों की लिस्ट में शामिल हो गए हैं.
शेयरों की लिस्टिंग के साथ ही सीईओ की इतनी बढ़ी संपत्ति
ओला इलेक्ट्रिक (Ola Electric) के आईपीओ ने मार्केट में आते ही धमाल मचा दिया है. हालांकि कंपनी के शेयरों की लिस्टिंग शुक्रवार सुबह डिस्काउंट पर हुई थी, जिससे निवेशकों के बीच निराशा थी. मगर, शाम होते-होते लिस्टिंग के दिन ही शेयरों ने अपर सर्किट लगा दिया. यह 20 फीसदी चढ़कर 91.20 रुपये तक पहुंच गए. Bloomberg Billionaires Index के मुताबिक, सुबह 10.30 बजे तक कंपनी के शेयरों में 16 फीसदी की बढ़ोतरी हुई थी, जिस कारण 38 वर्षीय भविष अग्रवाल की नेट वर्थ 1.40 बिलियन डॉलर तक पहुंच गई थी. शुक्रवार शाम तक जब कंपनी के शेयरों पर 20 फीसदी का अपर सर्किट लगा, तब तक उनकी संपत्ति 2.6 बिलियन डॉलर के आसपास पहुंच गई थी.
शेयरों ने लिस्टिंग के दिन मचाया धमाल
बता दें कि ओला इलेक्ट्रिक के स्टॉक ने लिस्टिंग वाले दिन ही अपर सर्किट लगाकर निवेशकों को खुश कर दिया है. कंपनी ने आईपीओ के जरिए मार्केट से 6146 करोड़ रुपये जुटाने की कोशिश की थी. इसके लिए शेयरों का प्राइस बैंड 72 से 76 रुपये प्रति शेयर के बीच तय किया गया था. शेयरों की लिस्टिंग बीएसई पर 75.99 रुपये पर और एनएसई पर 76 रुपये पर हुई. लिस्टिंग के बाद निवेशकों में कंपनी के शेयरों को खरीदने को लेकर होड़ मच गई. इसका असर ओला के शेयरों पर दिखने लगा और शेयर अपर सर्किट को हिट कर गए.
कब हुई कंपनी की शुरुआत
ओला इलेक्ट्रिक की स्थापना 2017 में बेंगलुरु में हुई थी. उस समय देश में कई इलेक्ट्रिक व्हीकल कंपनियां भारत में कारोबार शुरू करने का प्रयास कर रही थीं. कंपनी की शुरुआत के बाद ही SoftBank और Tiger Global Management जैसी कंपनियों की फंडिंग के कारण ओला इलेक्ट्रिक केवल दो साल के भीतर एक यूनिकॉर्न बन गया. हालांकि, कंपनी के मार्च 2023 के डाटा के अनुसार, इसे वित्त वर्ष 2023 में 14.7 अरब रुपये का नुकसान हुआ था.
ये भी पढ़ें
ट्रेंडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस
![ABP Premium](https://cdn.abplive.com/imagebank/metaverse-mid.png)