BHEL Vande Bharat Tender 2022: पब्लिक सेक्टर की भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (BHEL) अब जल्द ही भारतीय रेलवे (Indian Railway) के लिए काम शुरू कर सकती है. बीएचईएल देश की अर्थव्यवस्था के मुख्य क्षेत्रों के लिए प्रोडक्ट्स, सिस्टम्स ओर सर्विसेज में डिजाइन, इंजीनियरिंग, निर्माण, परीक्षण, कमीशन को लेकर काम कर रही है. इसमें बिजली, उद्योग, परिवहन, ऊर्जा, तेल, गैस और रक्षा आदि शामिल है लेकिन अब रेलवे भी इसमें शामिल होने जा रहा है.


मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (BHEL) को उन 5 बोलीदाताओं में शामिल किया गया है, जिन्होंने 200 वंदे भारत रेलगाड़ियों के विनिर्माण (Manufacturing) और अगले 35 सालों तक उनके रखरखाव (Maintenance) के लिए बोली लगाई है. यह पूरा सौदा 58,000 करोड़ रुपये का है. इसके लिए भेल ने टीटागढ़ वैगन्स के साथ एक गठजोड़ बना लिया है.


ये कंपनी है शामिल 
इस सौदे के लिए बोली लगाने वालों में फ्रांसीसी रेलवे कंपनी एल्सटॉम (Alstom), स्विटजरलैंड की रेलवे रोलिंग स्टॉक विनिर्माता स्टैडलर रेल (Stadler Rail) और हैदराबाद स्थित मेधा सर्वो ड्राइव्स (Medha Servo Drives) का गठजोड़ मेधा-स्टैडलर (Medha Stadler), बीईएमएल और सीमेंस का गठजोड़ और एक भारतीय फर्म के साथ रूसी रोलिंग स्टॉक विनिर्माता ट्रांसमाशहोल्डिंग (TMH) का गठजोड़ हुआ है, शामिल हैं.


35 साल में इतना होगा भुगतान 
सूत्रों के अनुसार, रेलवे इस सौदे के तहत 26,000 करोड़ रुपये रेलगाड़ियों की आपूर्ति के लिए अग्रिम दिए जाएंगे. साथ ही इनके रखरखाव के लिए 35 साल में 32,000 करोड़ रुपये का भुगतान किया जाएगा. अब भारतीय रेलवे अनुबंध के लिए तकनीकी बोलियों का मूल्यांकन कर रहा है.


कब खोली जाएगी बोली
मालूम हो कि रेलवे की ओर से ये वित्तीय बोलियां अगले 45 दिनों में खोली जानी तय हुई है. सफल बोली लगाने वाले को 24 महीने के अंदर वंदे भारत रेलगाड़ियों के लिए शयनयान श्रेणी का प्रोटोटाइप तैयार करना होगा. भारतीय रेलवे 2024 की पहली तिमाही तक वंदे भारत रेलगाड़ी के शयनयान श्रेणी वाले संस्करण को शुरू करने की योजना बना रहा है.


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