नई दिल्लीः आजकल अपनी जरूरतों के लिए लोन ज्यादातर लोगों को लेने पड़ते हैं. होमलोन, कार लोन, पर्सनल लोन जैसे लोन आपने लिए हैं तो समय पर इनकी ईएमआई भी चुकानी होती हैं. हालांकि अगर आपने कई लोन ले रखे हैं और आप उनमें से कुछ लोन बंद करना चाहते हैं तो आपको पहले ये तय करना होगा कि पहले बड़े लोन को बंद करें या छोटे लोन को बंद करना चाहिए.

  • आपके लिए पहला सुझाव ये है कि अगर आपने हाई कॉस्ट वाले लोन लिए हुए हैं जैसे क्रेडिट कार्ड का भुगतान करना है या पर्सनल लोन लिया हुआ है तो पहले उन्हें चुकाएं. वहीं सिक्योर्ड लोन जैसे होम लोन या पर्सनल लोन जिनका ब्याज दरें पर्सनल लोन जितनी ऊंची नहीं होती उन्हें आप बाद में भी धीरे-धीरे चुका सकते हैं.

  • हांलांकि ज्यादातर लोगों को लगता है कि पहले छोटे लोन को चुकाया जाए और फिर बड़े लोन का निपटारा किया जाता रहेगा. ऐसे लोगों के लिए ही सलाह है कि आप लोन के अमाउंट को न देखकर ये देखें कि लोन की कॉस्ट यानी लोन की लागत आपको कितनी पड़ रही है. उदाहरण के लिए एक लोन पर आपको 8 फीसदी दर से ब्याज देना पड़ रहा है वहीं दूसरे लोन पर आपको 20 फीसदी की दर से ब्याज देना पड़ रहा है तो आपको पहले ज्यादा ब्याज दर वाले लोन को खत्म करना चाहिए. अगर आपके पास एकमुश्त पैसा है तो अपने बड़े कर्जों को पहले चुकाएं. वित्तीय जानकार भी ऐसी ही सलाह देते हैं.

  • आपको अपने क्रेडिट कार्ड के आउटस्टैंडिंग बिल को हमेशा समय से चुकाना चाहिए क्योंकि ये भी एक प्रकार का लोन है जो बैंक आपको तब देता है जब आपके पास वस्तुएं खरीदने के लिए राशि नहीं होती. इसके बदले में आपको क्रेडिट कार्ड का बिल देखते रहना चाहिए और इसकी ड्यू डेट तक बिल भर देना चाहिए क्योंकि इसके बाद आपके कार्ड के ड्यू बिल पर ब्याज लगता रहता है जिसकी दरें काफी ऊंची होती हैं.


आपके लिए सलाह यही है कि अपनी फाइनेंशियल प्लानिंग में बड़े लोन को पहले चुकाने को तरजीह दें. चूंकि होम लोन, कार लोन सिक्योर्ड लोन होते हैं तो इन्हें चुकाने के लिए आपको लंबे समय के साथ-साथ ब्याज दरें भी कम होती हैं.