Fitch Ratings On Adani Group: अडानी समूह के स्टॉक्स में भारी गिरावट के बीच रेटिंग एजेंसी फिच की तरफ से बड़ा बयान आया है. फिच रेटिंग्स ने कहा है कि शार्ट सेलर हिंडनबर्ग के रिपोर्ट का अडानी समूह की कंपनियों के रेटिंग्स और उनके सिक्योरिटिज पर फिलहाल कोई असर नहीं पड़ने वाला है जिसे उसने पहले से रेटिंग दी हुई है. साथ ही फिच ने कहा कि कंपनी के कैश फ्लो के उसके अनुमान में भी कोई बदलाव नहीं आया है. फिच रेटिंग्स के इस बयान से अडानी समूह को फिलहाल राहत मिल सकती है.
हालांकि फिच ने कहा कि वो अडानी समूह के उन कंपनियों पर करीब से मॉनिटरिंग करता रहेगा जिसे उसने रेटिंग दी हुई है. रेटिंग एजेंसी ने कहा कि वो इन कंपनियों के फाइनैंसिंग, लंबी अवधि में कॉस्ट ऑफ फाइनैसिंग, ऐसा किसी रेग्युलेटरी या कोई कानूनी मामला या फिर ईएसजी से जुड़ा मसला जिससे कंपनी के क्रेडिट प्रोफाइल पर असर पड़ सकता है उसपर नजर बनाये रखेगी. रेटिंग एजेंसी ने कहा कि अडानी समूह की छोटी अवधि में कोई बड़ा ऑफशोर बॉन्ड की मैच्योरिटी नहीं होने वाली है. जून 2024 में अडानी पोर्ट्स का, दिसंबर 2024 में अडानी ग्रीन एनर्जी का बाकी कंपनियों का बॉन्ड 2026 या उसके बाद मैच्योर करेगा.
फिच रेटिंग्स ने मौजूदा समय में अडानी समूह के 8 कंपनियों को रेटिंग दी हुई है. जिसमें अडानी ट्रांसमिशन को BBB-/Stable, अडानी इलेक्ट्रिसिटी मुंबई लिमिटेड के सीनियर सिक्योर्ड डॉलर नोट्स को BBB- रेटिंग हासिल है. अडानी इंटरनेशनल कंटेनर टर्मिनल प्राइवेट लिमिटेड को सीनियर सिक्योर्ड डॉलर नोट्स को BBB-/Stable, अडानी ट्रांसमिशन को BBB-/Stable, अडानी ग्रीन एनर्जी के सीनियर सिक्योर्ड डॉलर नोट्स को BBB-/Stable, मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड को सीनियर सिक्योर्ड डॉलर नोट्स BB+/Stable रेटिंग्स हासिल है.
इससे पहले रेटिंग एजेंसी क्रिसिल ने कहा था कि वो अडानी समूह को दी गई सभी रेटिंग्स पर लगातार नजर बनाये हुए है. रेटिंग एजेंसी ने कहा है कि रिसर्च रिपोर्ट के बाद समूह के शेयरों में गिरावट के मद्देनजर कॉरपोरेट गनर्वेंस को लेकर किसी भी प्रकार के रेग्युलेटरी या सरकारी एक्शन या कंपनी के बैंकों या कैपिटल मार्केट से पैसे जुटाने की क्षमता के असर पर रेटिंग एजेंसी मॉनिटर करती रहेगी.
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