अरबपति बिजनेसमैन की बेटी को हिरासत में लिया तो भड़का कारोबारी, UN से कर दी शिकायत-मामला समझें
अरबपति कारोबारी ने कहा कि उनकी बेटी को 'कॉर्पोरेट और पॉलिटिकल हेरफेर' के कथित आरोप की वजह से 1 अक्टूबर से बिना किसी मुकदमे के हिरासत में लिया गया है.
भारतीय मूल के पॉपुलर उद्योगपति पंकज ओसवाल ने दावा किया है कि उनकी 26 साल की बेटी को युगांडा में अवैध रूप से हिरासत में लिया गया है. इंडो-स्विस बिलेनियर कारोबारी पंकज ओसवाल ने युगांडा के खिलाफ संयुक्त राष्ट्र में अपील दायर की है. उनका दावा है कि उनकी 26 साल की बेटी को अवैध हिरासत में लिया गया है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि उनकी बेटी को 'कॉर्पोरेट और पॉलिटिकल हेरफेर' के झूठे आरोपों के चलते 1 अक्टूबर से बिना किसी मुकदमे के हिरासत में लिया गया है. उनका आरोप है कि 17 दिन हो चुके हैं और इस तरह उनकी बेटी वसुंधरा ओसवाल को हिरासत में रखा जा रहा है जहां उनके साथ बुरा सलूक किया जा रहा है.
पंकज ओसवाल के मुताबिक उनकी बेटी पर झूठे आरोप लगाए गए
पंकज ने दावा किया कि उनकी बेटी वसुंधरा ओसवाल पर एक पूर्व कर्मचारी ने झूठे आरोप लगाए गए हैं. इस एंप्लाई ने कीमती सामान चुराया था और गारंटर के तौर पर ओसवाल के परिवार के साथ 200,000 डॉलर का लोन लिया था. पंकज ओसवाल की बेटी पीआरओ इंडस्ट्रीज की एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर हैं और कंपनी के कामकाज का बड़ा हिस्सा इनके ही अधिकार क्षेत्र में आ रहा है
वसुंधरा के इंस्टाग्राम हैंडल पर एक पोस्ट में किसी टॉयलेट के फर्श पर खून दिखाया गया है. पोस्ट में दावा किया गया कि उसे 90 घंटे से ज्यादा समय तक जूतों से भरे कमरे में बैठने के लिए मजबूर किया गया. इतना ही नहीं उनको लगभग पांच दिनों तक नहाने या कपड़े बदलने की परमिशन नहीं दी गई. साथ ही महिला को साफ पानी और सही खाने जैसी बुनियादी जरूरतों से इंकार कर दिया गया, सोने के लिए एक छोटी बेंच दी गई और किसी संदिग्ध परेड में भाग लेने के लिए भी कहा गया है.
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पंकज ओसवाल को जानें
पंकज ओसवाल एक इंडो-स्विस कारोबारी हैं जिन्होंने बुरूप होल्डिंग्स लिमिटेड कंपनी बनाई है. ये कंपनी पर्थ में स्थित है और दुनिया की सबसे बड़ी लिक्विड अमोनिया प्रोडक्शन कंपनियों में से एक है. ओसवाल की अनुमानित नेटवर्थ 3 बिलियन डॉलर से ज्यादा है.
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