Refinery Update: BPCL के साथ मर्ज होगी बीना रिफाइनरी, प्राइवेट करेगी काम
BPCL ने मध्यप्रदेश के बीना में स्थित अपनी सहायक रिफाइनरी भारत ओमान रिफाइनरीज लिमिटेड (BORL) का अपने में मर्जर करने की घोषणा की है.
Refinery Update: देश के विदेश में भी अपना परचम लहराने वाली देश की दूसरी सबसे बड़ी ऑयल मार्केटिंग कंपनी भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (BPCL) ने विलय होकर प्राइवेट होने के बड़े संकेत दिए है. विदेश में कच्चे तेल की कीमतों में भरी उछाल देखा जा रहा है, जो थमने का नाम नहीं ले रहा है. प्राइवेट होने जा रही BPCL ने मध्य प्रदेश के बीना जिले में स्थित अपनी सहायक रिफाइनरी भारत ओमान रिफाइनरीज लिमिटेड (BORL) का अपने में मर्जर करने की घोषणा की है. इससे दोनों कंपनियों को पारस्परिक लाभ मिल सकेगा. BPCL और उसके समूह की कंपनियों की तेल और गैस उद्योग की अपस्ट्रीम, रिफाइनिंग और डाउनस्ट्रीम मूल्य चेन में महत्वपूर्ण उपस्थिति है, जबकि बीओआरएल पाइपलाइनों के नेटवर्क के माध्यम से उत्तरी और मध्य भारत में प्रोडक्ट सेफ्टी और लोजिस्टिक्स पहुंचाती है.
BORL की सालाना क्षमता 78 लाख टन
BORL अभी BPCL की फुली ऑन्ड सब्सिडियरी है. यह मध्य प्रदेश के बीना में एक रिफाइनरी ऑपरेट करती है जिसकी सालाना क्षमता 78 लाख टन है. BPCL ने इसमें ओमान ऑयल (Oman Oil) की हिस्सेदारी खरीद ली थी. BPCL की मुंबई में 1.2 करोड़ टन और केरल के कोच्चि में 1.55 करोड़ टन क्षमता की रिफाइनरीज हैं. BPCL ने कहा कि इस मर्जर से उसे रिफाइनरीज के लिए कच्चे तेल की खरीद में फायदा मिलेगा. साथ ही रिफाइनरीज के लिए प्रॉडक्शन प्लानिंग और प्रॉडक्ट मिक्स में क्षमता के अधिकतम इस्तेमाल में मदद मिलेगी.
दोनों को मिलेगा फायदा
BPCL के CMD अरुण कुमार सिंह ने जानकारी दी है कि ऊर्जा परिदृश्य में बड़े पैमाने पर बदलाव हो रहे हैं. BPCL ने ऊर्जा क्षेत्र में अपना विस्तार और भविष्य के विकास के लिए निश्चित योजनाएं तैयार की हैं. बीना रिफाइनरी के मर्जर से हम तेजी के साथ बदलते ऊर्जा बाजार में अधिक प्रभावी और लाभप्रद रूप से प्रतिस्पर्धा करने की क्षमताओं का निर्माण करेंगे. बीना रिफाइनरी के पास अपने उत्पादों को खपाने के लिए बीपीसीएल BPCL का मार्केटिंग नेटवर्क मिलेगा. उन्होंने कहा कि बीना रिफाइनरी के पास उपलब्ध बड़े भूखंड के लिए कई नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं, 1.2 एमएमटीपीए एथिलीन क्रैकर यूनिट और पेट्रोकेमिकल बुनियादी ढांचे की परिकल्पना की गई है. इसके बाद, अधिक लागत वाली परियोजनाओं को तेजी मिलेगी. वर्तमान में मुंबई, कोच्चि और बीना में भारत पेट्रोलियम की रिफाइनरियों की संयुक्त शोधन क्षमता लगभग 35.3 एमएमटीपीए है.
प्राइवेट होने के संकेत
BPCL के मार्केटिंग इन्फ्रास्ट्रक्चर में प्रतिष्ठान, डिपो, रिटेल आउटलेट, विमानन सेवा स्टेशन और एलपीजी वितरक का नेटवर्क शामिल है. इस नेटवर्क में 20,000 से अधिक रिटेल आउटलेट, 6,100 से अधिक एलपीजी डिस्ट्रीब्यूटरशिप, 733 ल्यूब डिस्ट्रीब्यूटरशिप, 123 पीओएल स्टोरेज लोकेशन, 53 एलपीजी बॉटलिंग प्लांट, 60 एविएशन सर्विस स्टेशन, 3 ल्यूब ब्लेंडिंग प्लांट और 4 क्रॉस-कंट्री पाइपलाइन शामिल हैं. वही दूसरी ओर बीना रिफाइनरी एक बहुपयोगी रिफाइनरी है जो 47 प्रकार के क्रूड को रिफाइन करती है. सरकार BPCL का निजीकरण करना चाहती है लेकिन फिलहाल इस पर बात नहीं बन पा रही है.