Bitcoin Update: बिट्कॉइन (Bitcoin) पहली बार 90000 डॉलर के पार जा पहुंचा है. अमेरिका में राष्ट्रपति के तौर पर डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) की हो रही वापसी के बाद से ही क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) में जोरदार तेजी देखने को मिल रही है. नवंबर महीने के पहले हफ्ते में अमेरिका में हुए राष्ट्रपति चुनाव के बाद से ही बिट्कॉइन लगातार नए ऑलटाइम हाई बना रहा है. बुधवार को बिट्कॉइन 5.49 फीसदी के उछाल के साथ 93,158 डॉलर के रिकॉर्ड हाई पर जा पहुंचा है.
राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका को क्रिप्टो कैपिटल बनाने का वादा किया है. जनवरी 2025 में डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति पद के लिए शपथ लेने के बाद ये उम्मीद जताई जा रही है कि उनके कार्यकाल के दौरान क्रिप्टोकरेंसी जैसे डिजिटल एसेट्स को बढ़ावा देने वाली ट्रंप प्रशासन पॉलिसी लेकर आ सकती है. डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका में बड़े पैमाने पर बिट्कॉइन रिजर्व भी देखना हैं.
इससे पहले बुधवार को बिट्कॉइन में फिर से जोरदार तेजी देखने को मिली और पहली बार बिट्कॉइन 90000 डॉलर के पार चला गया. क्रिप्टो से जुड़े जानकारों का मानना है कि बिट्कॉइन साल 2024 में ही 1 लाख डॉलर के ऐतिहासिक हाई को पार कर सकता है. बर्नस्टेन (Bernstein) के क्रिप्टो विशेषज्ञों ने तो साल 2025 में बिट्कॉइन के 2 लाख डॉलर तक छूने की भविष्यवाणी कर दी है. अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के बाद बिट्कॉइन में 32 फीसदी से ज्यादा का उछाल आ चुका है. 6 नवंबर को एक ही सत्र में अमेरिकी चुनाव में ट्रंप की जीत के बाद बिट्कॉइन 8 फीसदी के उछाल के साथ 75000 डॉलर के ऑलटाइम हाई पर जा पहुंचा था जो अब 93000 डॉलर के पार जा पहुंचा है.
सॉफ्टवेयर कंपनी और बिट्कॉइन में सबसे ज्यादा निवेश करने वाली कंपनी माइक्रोस्ट्रैटजी ने 31 अक्टूबर से लेकर 10 नवंबर के बीच में 2 अरब डॉलर से ज्यादा के बिट्कॉइन खरीदे हैं. ये भी बिट्कॉइन में आई तेजी की बड़ी वजह है. जेपी मॉर्गन के एनालिस्ट्स ने मंगलवार को एक नोट में कहा, राष्ट्रपति ट्रंप के दोबारा चुने जाने के बाद वे एसईसी (SEC) का नया चेयरमैन नियुक्त कर सकेंगे. एसईसी वो एजेंसी है जो करीब 3 वर्षों से कानूनी कार्रवाई और मॉनिटरी पेनल्टी के माध्यम से क्रिप्टो इंडस्ट्री पर शिकंजा कसने में जुटी हुई है. ये भी बिट्कॉइन में तेजी की प्रमुख वजहों में शामिल है.
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