Blinkit: अब ब्लिंकिट की नौकरी छोड़ना नहीं रहा आसान, जीरो नोटिस पॉलिसी का अंत, गार्डन लीव की एंट्री
Quick Commerce: जेप्टो, फ्लिपकार्ट मिनट्स और स्विगी इंस्टामार्ट जैसी क्विक कॉमर्स कंपनियां तेजी से अपना विस्तार कर रही हैं. ऐसे में अपने वर्कफोर्स को सुरक्षित रखने के लिए ब्लिंकिट ने यह कदम उठाए हैं.
Quick Commerce: क्विक कॉमर्स सेक्टर की दिग्गज कंपनी ब्लिंकिट (Blinkit) ने अपने कर्मचारियों के लिए नौकरी छोड़ने की राह मुश्किल कर दी है. जेप्टो (Zepto), फ्लिपकार्ट मिनट्स (Flipkart Minutes) और स्विगी इंस्टामार्ट (Swiggy Instamart) जैसी प्रतिद्वंदी कंपनियों द्वारा योग्य कर्मचारियों को अपने साथ जोड़ने की मुहिम के चलते ब्लिंकिट ने जीरो नोटिस पॉलिसी खत्म कर दी है. ऐसे में अब आप इस्तीफा देने का तत्काल बाद नौकरी नहीं छोड़ पाएंगे. अब कर्मचारियों को नौकरी छोड़ने से पहले 2 महीने तक का नोटिस देना पड़ेगा.
एम्प्लॉयमेंट कॉन्ट्रैक्ट में हुए बदलाव, इस्तीफा देते ही दे दी जाएगी छुट्टी
मनी कंट्रोल की रिपोर्ट के अनुसार, ब्लिंकिट ने कंपनी के एम्प्लॉयमेंट कॉन्ट्रैक्ट में भी बदलाव कर दिए हैं. नए कॉन्ट्रैक्ट के अनुसार, कर्मचारियों को 0 से 2 महीने तक का नोटिस सर्व करना पड़ेगा. इसके अलावा कंपनी ने गार्डन लीव (Garden Leave) पॉलिसी भी लॉन्च कर दी है. इसके तहत अगर कंपनी को पता चला कि कोई कर्मचारी प्रतिद्वंदी कंपनी में जा रहा है तो उसे तुरंत दो महीने की छुट्टी दे दी जाएगी ताकि कोई डेटा लीक न हो पाए.
इंडस्ट्री के टॉप टैलेंट को अपनी ओर खींचने का प्रयास कर रहीं कंपनियां
देश का क्विक कॉमर्स बिजनेस 5.5 अरब डॉलर का है. इसमें तेजी से इजाफा भी होता जा रहा है. पुराने खिलाड़ियों के अलावा हाल ही में इसमें फ्लिपकार्ट जैसी दिग्गज कंपनियों ने भी एंट्री ली है. ये सभी कंपनियां इंडस्ट्री के टॉप टैलेंट को अपनी ओर खींचने का प्रयास कर रही हैं. इसके चलते ब्लिंकिट जैसी पुरानी कंपनियां दबाव में हैं. जीरो नोटिस पॉलिसी को इसी दबाव के चलते खत्म किया गया है. सूत्रों ने दावा किया है कि जेप्टो और फ्लिपकार्ट जैसी कंपनियां ब्लिंकिट के पुराने साथियों को बड़े ऑफर का लालच देकर अपनी ओर खींच सकती है. नोटिस पीरियड बढ़ जाने से ब्लिंकिट को अपने अच्छे कर्मचारियों को रोकने का मौका मिलेगा.
जेप्टो ने उठाई बड़ी फंडिंग, स्विगी का आ रहा आईपीओ, बढ़ेगा कम्पटीशन
क्विक कॉमर्स सेक्टर में इनवेस्टमेंट बढ़ने से यह खतरा और ज्यादा हो गया है. जेप्टो को हाल ही में 34 करोड़ डॉलर की फंडिंग मिली है. यह कंपनी भी तेजी से आगे बढ़ती जा रही है. फ्लिपकार्ट मिनट्स ने बेंगलुरु से अपना कामकाज शुरू किया था. अब यह कंपनी अन्य बड़े शहरों में भी अपने पैर पसारने वाली है. स्विगी ने हाल ही में अपने बड़े आईपीओ (Swiggy IPO) की लॉन्चिंग का ऐलान किया है. इसी साल कंपनी शेयर मार्केट पर एंट्री ले लेगी. इसके चलते इंस्टामार्ट के हाथ भी मजबूत हो जाएंगे.
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