Boeing Workers Strike: विमान बनाने वाली दिग्गज कंपनी बोइंग की हड़ताल कंपनी को बहुत भारी पड़ रही है. इस हड़ताल के चलते उसका प्रोडक्शन बुरी तरह प्रभावित हुआ है. साथ ही कंपनी के तिमाही नतीजे भी अच्छे नहीं रहे हैं. इसकी वजह से कंपनी ने अब बड़ी छंटनी का ऐलान कर दिया है. बोइंग का कहना है कि वह अपने वर्कफोर्स में करीब 10 फीसदी की कटौती करेगी. इस छंटनी का असर करीब 17 हजार कर्मचारियों पर पड़ सकता है. इसके अलावा कंपनी ने छुट्टी लेने पर भी रोक लगा दी थी. 


एग्जीक्यूटिव और मैनेजर समेत सभी कर्मचारियों पर पड़ेगा छंटनी का असर


बोइंग के नए सीईओ केली ऑर्टबर्ग (Kelly Ortberg) ने शुक्रवार को जानकारी दी कि इस छंटनी का असर एग्जीक्यूटिव और मैनेजर समेत सभी कर्मचारियों पर पड़ेगा. यह छंटनी कई चरणों में आने वाले महीनों में की जाएगी. केली ऑर्टबर्ग ने कहा कि इस हड़ताल से हमें बहुत नुकसान हो रहा है. इसके चलते बोइंग के नए विमान 777एक्स की लॉन्चिंग भी अब 2025 के बजाय 2026 में की जा सकेगी. साथ ही कंपनी 767 जेट के पुराने ऑर्डर डिलिवर करने के बाद इसके कार्गो वर्जन का प्रोडक्शन भी 2027 में बंद कर देगी. 


14 सितंबर से ही चल रही हड़ताल, रुका हुआ है प्रोडक्शन, भारी नुकसान


बोइंग का प्रोडक्शन करीब एक महीने से रुका हुआ है. इसके मशीनिस्ट 14 सितंबर से ही हड़ताल पर हैं. इसी हफ्ते कर्मचारियों के साथ चली दो दिन की वार्ता भी बिना किसी नतीजे के समाप्त हो गई थी. कंपनी के करीब 33 हजार कर्मचारी हड़ताल पर हैं. केली ऑर्टबर्ग ने कहा कि साल 2019 के बाद से हम करीब 25 अरब डॉलर का नुकसान झेल चुके हैं. हमारे सामने कई चुनौतियां खड़ी हुई हैं. इससे पहले कंपनी ने हड़ताल का नेतृत्व कर रही यूनियन के खिलाफ नेशनल लेबर रिलेशंस बोर्ड में शिकायत भी की थी. कंपनी का दावा है कि यूनियन इस हड़ताल को खत्म नहीं करना चाहती है.


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