India Forex Reserves: विदेशी मुद्रा भंडार में उछाल पर लगी ब्रेक, 3.709 बिलियन डॉलर घटकर 701.17 अरब डॉलर पर आ गया रिजर्व
RBI Data: आरबीआई गवर्नर ने बताया कि जून से 7 अक्टूबर के बीच विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने 19 बिलियन डॉलर से ज्यादा का निवेश किया है.
Foreign Exchange Reserves: पिछले सात हफ्तों से विदेशी मुद्रा भंडार में जारी तेजी पर ब्रेक लग गया है. 4 अक्टूबर को खत्म हुए सप्ताह में 3.709 बिलियन डॉलर की गिरावट के साथ विदेशी मुद्रा भंडार घटकर 701.176 बिलियन डॉलर पर आ गया है जो इसके पहले हफ्ते में 704.885 बिलियन डॉलर रहा था. इस गिरावट के बावजूद फॉरेक्स रिजर्व 700 बिलियन डॉलर के ऊपर बना हुआ है.
भारतीय रिजर्व बैंक ने फॉरेक्स रिजर्व का डेटा जारी किया है. इस डेटा के मुताबिक विदेशी मुद्रा भंडार 3.709 बिलियन घटकर 701.176 अरब डॉलर पर आ गया है. फॉरेन करेंसी एसेट्स में 3.511 बिलियन डॉलर की कमी आई और ये 612.643 बिलियन डॉलर पर आ गया है. आरबीआई का गोल्ड रिजर्व भी घटा है और ये 40 मिलियन डॉलर घटकर 657.56 बिलियन डॉलर के लेवल पर आ गया है. एसडीआर 123 मिलियन डॉलर की कमी के साथ 18.42 बिलियन डॉलर और इंटरनेशनल मॉनिटरी फंड में जमा रिजर्व 35 मिलियन डॉलर घटकर 4.35 बिलियन डॉलर रहा है.
9 अक्टूबर, 2024 को आरबीआई की मॉनिटरी पॉलिसी कमिटी की बैठक के बाद गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा, भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 700 बिलियन डॉलर के नए माइलस्टोन को पार कर गया है. उन्होंने बताया कि भारत का एक्सटर्नल सेक्टर मजबूत बना हुआ है. उन्होंने भरोसा दिया कि हम अपने एक्सटर्नल फाइनेंसिंग जरूरतों को पूरा करने में कामयाब रहेंगे. आरबीआई गवर्नर ने बताया कि मौजूदा वित्त वर्ष में जून से 7 अक्टूबर के बीच 19.2 बिलियन डॉलर का विदेशी पोर्टफोलियो इंवेस्टमेंट आया है. विदेशी प्रत्यक्ष निवेश भी मजबूत बना हुआ है.
बैंक ऑफ अमेरिका ने हाल ही में जारी किए गए अपने रिपोर्ट में बताया कि मार्च 2026 तक भारत का विदेशी मुद्रा भंडार बढ़कर 746 बिलियन डॉलर हो जाएगा. जिससे आरबीआई को रुपये में कमजोरी को थामने में मदद मिलेगी. दूसरे इमर्जिंग मार्केट्स के मुकाबले भारत के पास फॉरेन करेंसी का मजबूत रिजर्व उपलब्ध है. विदेशी मुद्रा भंडार के मामले में भारत दुनिया का चौथा सबसे बड़ा देश है.
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