BSE का मार्केट कैप 429 लाख करोड़ के रिकॉर्ड हाई पर, 6 सत्र में 34.50 लाख करोड़ का उछाल
BSE Market Capitalisation: 4 जून की सुनामी के बाद से बीएसई सेंसेक्स में 4625 और निफ्टी में 1438 अंकों का उछाल आ चुका है तो मार्केट कैप भी 34 लाख करोड़ से ज्यादा बढ़ चुका है.
Investors Wealth: भारतीय शेयर बाजार में लिस्टेड स्टॉक्स का मार्केट कैप बुधवार 12 जून 2024 के कारोबारी सत्र में पहली बार 430 लाख करोड़ रुपये के ऐतिहासिक हाई पर चला गया. शेयर बाजार के मार्केट कैपिटलाइजेशन में इस उछाल का क्रेडिट मिडकैप और स्मॉलकैप स्टॉक्स को जाता है जिसमें लगातार तेजी बनी हुई है और आज के सत्र में निफ्टी का मिडकैप 54000 के आंकड़े को पार करते हुए 54308 के रिकॉर्ड हाई पर जा पहुंचा.
6 दिनों में 34.50 लाख करोड़ बढ़ा मार्केट कैप
बाजार बंद होने पर बीएसई पर लिस्टेड स्टॉक्स का मार्केट कैपिटलाइजेशन 429.32 लाख करोड़ रुपये पर क्लोज हुआ है. 4 जून 2025 को जब लोकसभा चुनाव के नतीजे घोषित हो रहे थे तो उस दिन बीएसई पर लिस्टेड स्टॉक्स का मार्केट कैप घटकर 394.93 लाख करोड़ रुपये पर जा लुढ़का था. उस दिन के बाद बाजार के छह कारोबारी सत्र में ना केवल शेयर बाजार का मार्केट कैप 4 जून को हुए 30 लाख करोड़ रुपये के नुकसान की भरपाई कर चुका है बल्कि उस आंकड़े को भी पार कर चुका है. 4 जून 2024 के बाद से बीएसई पर लिस्टेड स्टॉक्स के मार्केट कैप में 34.50 लाख करोड़ रुपये का उछाल आ चुका है. 4 जून की सुनामी के बाद से बीएसई सेंसेक्स में 4625 और निफ्टी में 1438 अंकों का उछाल आ चुका है. निफ्टी के मिडकैप इंडेक्स में 5076 और निफ्टी के स्मॉल कैप में 21 अंकों का उछाल आ चुका है.
मॉर्गन स्टैनली भारत पर ओवरवेट
फाइनेंशियल दिग्गज मॉर्गन स्टैनली ने अपनी एक रिसर्च रिपोर्ट में कहा कि वो भारत पर ओवरवेट (Overweight) है. रिपोर्ट में मॉर्गन स्टैनली ने कहा, भारत में सेक्युलर अवसर मौजूदा है और बीजेपी के नेतृत्व में बनी एनडीए सरकार का फोकस ग्रोथ पर रहने वाला है. रिसर्च पेपर के मुताबिक भारतीय बाजार में उतार-चढ़ाव थम जाएगा. मॉर्गन स्टैनली के मुताबिक एशिया पैसेफिक और इमर्जिंग मार्केट्स में भारत उसके टॉप पिक्स में शामिल है. उसका मानना है कि मैक्रो-स्टैबिलिटी के सपोर्ट और कैपिटल एक्सपेंडिचर पर आधारित ग्रोथ एंजेंडे के चलते भारत का अर्निंग ग्रोथ शानदार रहने वाला है.
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