(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
मिड - स्मॉल कैप स्टॉक्स की बदौलत 6 दिनों के सेशन में BSE मार्केट कैप में 19 लाख करोड़ का उछाल
Stock Market Update: मिड और स्मॉल कैप स्टॉक्स में तेजी के चलते बीएसई का मार्केट कैप 312.35 लाख करोड़ रुपये का रिकॉर्ड हाई पर जा पहुंचा है.
BSE Market Capitalisation: लोकसभा चुनाव के पहले तीन चरणों के लिए हुए मतदान में वोट प्रतिशत में गिरावट के चलते मई महीने के दूसरे हफ्ते में शेयर बाजार में बेहद तेज गिरावट देखने को मिली थी. लेकिन 13 मई 2024 को गृह मंत्री अमित शाह के बयान का बाजार को सहारा मिला. और महज छह दिनों के कारोबारी सत्र में बाजार में ऐसी तेजी देखने को मिली कि केवल छह दिनों में बीएसई पर लिस्टेड स्टॉक के मार्केट कैपिटलाइजेशन में 19 लाख करोड़ रुपये का इजाफा देखने को मिला है.
शनिवार 18 मई 2024 को बीएसई पर लिस्टेड स्टॉक्स का मार्केट कैपिटलाइजेशन 412.35 लाख करोड़ रुपये के ऐतिहासिक हाई पर जाकर क्लोज हुआ है. जबकि 10 मई, 2024 को लिस्टेड स्टॉक्स का मार्केट कैप 393.34 लाख करोड़ रुपये पर क्लोज हुआ है. यानि केवल पिछले हफ्ते के छह कारोबारी सत्र में 19.01 लाख करोड़ रुपये मार्केट कैप में उछाल देखने को मिला है.
मार्केट कैप में उछाल क्रेडिट मिडकैप और स्मॉल कैप स्टॉक्स में उछाल को जाता है. निफ्टी के मिडकैप इंडेक्स में 2350 अँकों का उछाल देखने को मिला है और निफ्टी का मिडकैप इंडेक्स 51,870 अँकों पर क्लोज हुआ है और 52,000 के ऐतिहासिक आंकड़े को छूने के कगार पर है. निफ्टी के स्मॉल कैप स्टॉक्स के इंडेक्स निफ्टी स्मॉलकैप 100 में भी 900 अंकों का उछाल देखने को मिला है. मि़डकैप और स्मॉलकैप स्टॉक्स में हरियाली के चलते ही बीएसई पर लिस्टेड स्टॉक्स का मार्केट कैप पहली बार 412 लाख करोड़ रुपये को पार करते हुए 412.35 लाख करोड़ रुपये पर क्लोज हुआ है.
हालांकि आने वाले दो हफ्ते बाजार की धड़कनों को बढ़ा सकता है. पांचवें चरण के लिए आज यानि 20 मई को मतदान हो रहा है और दो चरणों का चुनाव बाकी है. 1 जून 2024 को आखिरी चरण का मतदान होगा और उसी दिन एग्जिट पोल्स सामने आएगा. उसके बाद ही कुछ हदतक तस्वीर साफ होगी.
नोमुरा ने भी अपने रिपोर्ट में कहा है कि 1 जून को एग्जिट पोल्स और 4 जून को फाइनल नतीजे घोषित होने तक अनिश्चितता बनी रहेगी. नोमुरा के मुताबिक, बेस केस में हमारा मानना है ओपनियन पोल सच साबित हो सकता है जिसमें बीजेपी सत्ता हासिल करने में कामयाब होती है और उसे अपने बूते सामान्य बहुमत आ सकता है. ऐसे में नतीजे निवेशकों को शांत कर सकते हैं, पॉलिसी में निरंतरता बनी रहेगी और मैक्रो स्टैबिलिटी स्टैबिलिटी भी बनी रहेगी.
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