जानें, सरकार के पास कहां-कहां से आते हैं पैसे और कहां-कहां होते हैं खर्च
साल 2016-17 में डायरेक्ट टैक्स यानी प्रत्यक्ष कर (पर्सनल इनकम टैक्स और कॉरपोरेट टैक्स) का हिस्सा 51.3 प्रतिशत का था. बाकी का हिस्सा इनडायरेक्ट टैक्स का था.
नई दिल्ली: टैक्स रेवेन्यू (कर राजस्व) सरकार की वो आमदनी है जो उसके पास अलग-अलग टैक्सों से आती है. इनमें साल 2016-17 में डायरेक्ट टैक्स यानी प्रत्यक्ष कर (पर्सनल इनकम टैक्स और कॉरपोरेट टैक्स) का हिस्सा 51.3 प्रतिशत का था. बाकी का हिस्सा इनडायरेक्ट टैक्स का था. साल 2017 की जुलाई में जीएसटी लागू होने के बाद सरकार के राजस्व मॉडल में भारी बदलाव आया है. अब इनडायरेक्ट टैक्स (कस्टम ड्यूटी के अपवाद के साथ) तय करने का अधिकार जीएसटी काउंसिल के पास है. ये पहले सरकार के पास हुआ करता था.
अगर सरकार को मिलने वाले टैक्स को तोड़कर देखें तो साल 2016-17 में सरकार को:
कॉरपोरेट टैक्स- 28.2% पर्सनल इनकम टैक्स- 23.1% एक्साइज़- 21.3%, सर्विस टैक्स- 14.4% कस्टम- 12.8%
के रूप में ये कुल टैक्स मिला.
अब आइए देखें कि सरकार ने कहां क्या खर्च किया:
ब्याज का भुगतान- 24.4% रक्षा बजट- 12.2% खाद्य सुरक्षा- 6.8% पेंशन- 6.1% ग्रमीण विकास- 6.% यातयात- 5.8% गृह मामलों पर- 3.9% शिक्षा पर- 3.7% खाद सब्सिडी- 3.3% कृषि- 2.6% स्वास्थय- 2.3% शहरी विकास- 1.9% सामाजिक उपकार- 1.8% एनर्जी- 1.7% वित्त- 1.4% पेट्रोल सब्सिटी- 1.2% वाणिज्य और उद्योग- 1.1% विज्ञान- 1% आईटी और टेलिकॉम- 1% विदेश नीति- .7% केंद्र शासित .6 % आयकर विभाग का संचालन- .6% अन्य- 3.1%