Budget 2020: परंपरागत ' हलवा रस्म ' के साथ वित्त वर्ष 2020-21 के बजट दस्तावेजों की छपाई का काम आज से शुरू हो गया. समारोह में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर समेत मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे. मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का दूसरा बजट एक फरवरी 2020 को पेश किया जाएगा.
हलवा रस्म के तहत एक बड़ी कड़ाही में ' हलवा ' तैयार किया जाता है और वित्त मंत्रालय के सभी कर्मचारियों में बांटा जाता है. इस मारोह में वित्त सचिव राजीव कुमार, राजस्व सचिव अजय भूषण पांडे, आर्थिक मामलों के सचिव अतनु चक्रवर्ती, दीपम विभाग में सचिव तुहिन कांत पांडे और व्यय सचिव टीवी सोमनाथन ने भी भाग लिया.
वित्त मंत्रालय ने बयान में कहा, " बजट की गोपनीयता को बनाये रखने के लिए बजट प्रक्रिया में शामिल अधिकारियों को आम बजट पेश होने तक नार्थ ब्लॉक स्थित छपाई खाने में ही रहना होता है. "
संसद में बजट पेश होने तक अधिकारियों को अपने परिजनों तक से बातचीत करने और मिलने की अनुमति नहीं होती है. वित्त मंत्रालय के कुछ वरिष्ठ अधिकारियों को ही घर जाने की अनुमति होती है. हलवा समारोह के बाद , वित्त मंत्री ने छापेखाने का दौरा किया और बजट की प्रिंटिंग प्रक्रिया के बारे में जानकारी ली.
क्यों मनाई जाती है हलवा सेरेमनी
हलवा सेरेमनी के पीछे मान्यता रही है कि हर शुभ काम को करने से पहले कुछ मीठा खाना चाहिए, साथ ही भारतीय परंपरा में हलवे को काफी शुभ भी माना जाता है. इसीलिए बजट जैसे बड़े इवेंट के लिए दस्तावेजों की छपाई से पहले इस सेरेमनी का आयोजन किया जाता है.
इस परंपरा के तहत वर्तमान वित्त मंत्री खुद बजट से जुड़े कर्मचारियों, बजट की छपाई से जुड़े कर्मचारियों और वित्त अधिकारियों को हलवा बांटते हैं. इस हलवे के बनने और बंटने के बाद ही बजट के दस्तावेजों के छापने की प्रक्रिया शुरू होती है.
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