Budget 2020: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण एक फरवरी को देश का आम बजट सदन में पेश करेंगी. इससे पहले आज उन्होंने हलवा सेरेमनी की रस्म पूरी की. नॉर्थ ब्लॉक में हुए इस आयोजन में खुद वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर के साथ वित्त मंत्रालय के अन्य अधिकारी मौजूद रहे. हलवा सेरेमनी के बाद अब बजट दस्तावेजों की छपाई का काम शुरू हो गया है.
बता दें कि मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में निर्मला सीतारमण को वित्त मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई है. 30 मई 2019 को निर्मला सीतारमण को वित्त और कॉर्पोरेट मामलों के मंत्री के रूप में नियुक्त किया गया था. वह भारत की पहली पूर्णकालिक महिला वित्त मंत्री हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली पिछली सरकार में वह रक्षा मंत्रालय की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी संभाल चुकी हैं. निर्मला सीतारमण इस बार अपना दूसरा बजट पेश करेंगी. इससे पहले उन्होंने जुलाई 2019 में चुनाव बाद बजट पेश किया था.
व्यक्तिगत जीवन
सीतारमण का जन्म तमिलनाडु के मदुरै में 18 अगस्त 1959 को हुआ. उनके पिता भारतीय रेलवे के कर्मचारी थे, इसलिए उनका बचपन भारत के विभिन्न राज्यों में गुजरा है. उन्होंने तिरूचिरापल्ली में रामास्वामी कॉलेज से अर्थशास्त्र में स्नातक की डिग्री ली. जेएनयू से मास्ट्रस डिग्री हासिल की है. उन्होंने लंदन में एग्रीकल्चरल इंजीनियर्स एसोसिएशन में अर्थशाशस्त्री के सहायक के रूप में काम किया. वह प्राइसवाटरहाउस में बतौर वरिष्ठ प्रबंधक काम कर चुकी हैं. इस दौरान उन्होंने कुछ समय के लिये बीबीसी वर्ल्ड सर्विस के लिये भी काम किया. भारत लौटने पर उन्होंने सेंटर फार पब्लिक पालिसी स्टडीज में उप-निदेशक के रूप में काम किया.
निर्मला का विवाह डॉ. परकाल प्रभाकर से हुआ जो लंदन के स्कूल ऑफ इकॉनोमिक्स और भारत के जवाहरलाल नेहरू के पूर्व छात्र रह चुकें हैं. निर्मला सीतारमण के पति एक राईट-फोलियो कंपनी में एमडी के पद पर हैं. दोनों की शादी को लेकर भी दिलचस्प किस्सा है. दरअसल, उनके पति डॉ परकाल प्रभाकर और निर्मला सीतारमण दोनों ही पहले जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में एक साथ पढ़ाई कर चुके हैं. वहीं प्यार हुआ और फिर प्यार शादी में बदल गई. उनकी एक बेटी है. शादी के बाद दोनों लंदन शिफ्ट हो गए थे, फिर बेटी के जन्म के बाद वे भारत वापस आ गए और हैदराबाद में बस गए.
राजनीतिक जीवन
निर्मला सीतारमण ने साल 2006 में बीजेपी ज्वाइन की. उन्हें राष्ट्रीय कार्यकारिणी का सदस्य बनाया गया. साल 2008 में जिस वक्त बीजेपी के पार्टी अध्यक्ष नितिन गडकरी थे उस साल सीतारमण को पार्टी के 6 प्रमुख प्रवक्ताओं में शामिल किया गया था.
इसके बाद जब 2014 में बीजेपी की सरकार बनी तो निर्मला सीतारमण को साल 2016 में 26 मई को स्वतंत्र चार्ज के तहत मिनिस्टर ऑफ स्टेट का पद दिया गया. इसके बाद उन्हें वाणिज्य और उद्योग और कारपोरेट मामलों की राज्य मंत्री बनाया गया. इसके बाद इन्हें साल 2017 में पीएम मोदी के कैबिनेट में सबसे महत्वपूर्ण पदों में एक रक्षा मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपी गई. 3 सितंबर 2017 को सीतारमण ने रक्षा मंत्री के तौर पर शपक्ष ली. 2019 के लोकसभा चुनाव में जब भारतीय जनता पार्टी एक बार फिर प्रचंड बहुमत के साथ सत्ता में आई है तो निर्मला सीतारमण को फिर एक बार महत्वपूर्ण पद मिला और वित्त मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपी गई.
पहली पूर्णकालिक महिला वित्त मंत्री और रक्षा मंत्री हैं सीतारमण
निर्मला सीतारमण के राजनैतिक करियर में सबसे बड़ा मोड़ तभी आया जब उन्हें रक्षा मंत्री बनाया गया. निर्मला सीतारमण उस वक्त पहली पूर्णकालिक महिला रक्षा मंत्री बनीं. इस तरह से निर्मला सीतारमण भारत की पूर्व प्रधानंमत्री इंदिरा गांधी के बाद दूसरी महिला रक्षा मंत्री और पहली पूर्णकालिक महिला रक्षा मंत्री बनीं. निर्मला सीतारमण के जीवन में दूसरा महत्वपूर्ण पड़ाव 2019 में तब आया जब पीएम मोदी ने उन्हें वित्त मंत्री बनाया. इंदिरा गांधी ने प्रधानमंत्री रहते हुए कुछ वक्त के लिए वित्त मंत्रालय और रक्षा मंत्रालय अपने पास रखे थे.
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