केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट 2021-22 का बजट पेश करते हुए सोमवार को अपने बजट भाषण में कई ऐलान किए. कोरोन संकट से उभरती अर्थव्यवस्था के बीच निर्मला की तरफ पेश किए गए बजट में सर्विस सेक्टर से लेकर मिडिल क्लास तक, लोगों को काफी उम्मीदें थी. बढ़ती महंगाई और कोरोना के चलते पिछले साल वेतन में कटौती का सामना करने वाले मीडिल क्लास को यह उम्मीद थी कि निर्मला सीतारमण उन पर मेहरबानी दिखाएंगी और आयकर छूट में उन्हें इस बार जरूर राहत मिलेगी. लेकिन मीडिल क्लास को मायूसी ही हाथ लगी.
केन्द्र सरकार की तरफ से इस बार सबसे ज्यादा फोकस स्वास्थ्य सेवाओं और बनियादी ढांचे पर किया गया. जबकि, आयकर में छूट को लेकर मध्यम वर्ग को किसी तरह की कोई राहत नहीं दी गई. इस वक्त ढाई लाख तक की आय पर कोई टैक्स नहीं देना पड़ता है. साल 2014 में बजट पेश करते हुए वित्त मंत्री अरूण जेटली ने टैक्स में छूट की सीमा को 2 लाख से बढ़कार ढाई लाख रुपये किया था. 7 साल बाद मीडिल क्लास की तरफ से यह उम्मीद की जा रही थी कि इसे ढाई से बढ़ाकर 3 लाख करने की. लेकिन, मीडिल क्लास को इस मोर्चे पर नाकामी हाथ लगी है.
यही नहीं वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पेट्रोल पर 2.50 रुपये और डीजल पर 4 रुपये का कृषि सेस लगाने का ऐलान किया है. हालांकि उन्होंने कहा कि इसका ग्राहकों पर कोई असर नहीं होगा. फिर भी भविष्य में ग्राहकों पर इसका प्रभाव पड़ने की आशंका जताई जा रही है.
क्या है मौजूदा आयकर की दरें
इस वक्त 60 साल से कम आयु-वर्ग तक के लोगों के लिए 2.5 लाख रुपये की आय पर कोई कर देय नहीं है. 2.5 लाख से 5 लाख तक की आय पर 5 फीसद की दर से टैक्स है. 5 लाख रुपये से 10 लाख रुपये की आय पर 20 फीसद की दर से टैक्स है. 10 लाख रुपये से अधिक की आय पर 30 फीसद की दर से टैक्स है. इस आयु वर्ग के टैक्स स्लैब में 2.5 से 5 लाख रुपये की आय पर 87ए के तहत टैक्स छूट भी प्राप्त है.
सीनियर सिटीजन को छूट
उन वरिष्ठ नागरिकों को जिनकी आयु 75 वर्ष से ज्यादा है और उनकी आय का स्त्रोत सिर्फ पेंशन है उन्हें आयकर रिटर्न से छूट दी गई है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि वित्तीय वर्ष 22 में केन्द्र सरकार 12 लाख करोड़ रुपये उधार लेगी.
अप्रत्याशित समय में पेश किया गया बजट-पीएम
निर्मला सीतारमण की तरफ से पेश इस बजट की प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने तारीफ करते हुए कहा- आज का बजट भारत के विश्वास को जाहिर करता है. बजट में आत्म निर्भर का विजन है और हर वर्ग को ध्यान में रखा गया है. उन्होंने कहा कि बजट में किसानों की आय का ध्यान रखा गया है और इस दिशा में कई कदम उठाए गए हैं. किसान आसानी से ऋण ले पाएंगे.
निर्मला सीतारमण ने कृषि सेक्टर के लिए 16.5 लाख करोड़ रुपये आवंटित करने का ऐलान किया है. इससे पहले बीते साल यह रकम 15 लाख करोड़ रुपये ही थी. MSP को लेकर भी भ्रम दूर करने की कोशिश करते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि देश भर में फसलों की MSP पर खरीद जारी रहेगी. उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने न्यूनतम समर्थन मूल्य को लागत के कम से कम गुना तक बढ़ाने का प्रयास किया है.
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