नई दिल्लीः वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोमवार को पेश किए गए बजट में असम और पश्चिम बंगाल के चाय बागानकर्मियों के कल्याण के लिये एक हजार करोड़ रुपये का प्रस्ताव किया है. इन दोनों राज्यों में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं, ऐसे में केंद्र सरकार ने इन राज्यों पर विशेष फोकस रखा है. इस बार वित्त मंत्री ने पहली बार टैबलेट से पढ़कर बजट पेश किया. इसे पहला पेपरलैस बजट कहा जा रहा है.


बजट पेश करते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि दोनों राज्यों में चाय बागानों में काम करने वालों के लिये विशेष योजना बनाई गई है. उन्होंने वित्त वर्ष 2021-22 का बजट पेश करते हुए कहा, ‘‘ मैं असम और पश्चिम बंगाल में चाय के बागानों में काम करने वालों, खासकर महिलाओं और उनके बच्चों के लिये एक हजार करोड़ रुपये देने का प्रस्ताव रखती हूं.’’ वित्त मंत्री ने कहा, ''पश्चिम बंगाल में कोलकाता-सिलीगुड़ी के लिए नेशनल हाइवे प्रोजेक्ट होगा. बंगाल में राजमार्ग पर 25,000 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे. बंगाल में 675 किमी राजमार्ग का निर्माण किया जाएगा.''


वित्त मंत्री ने तमिलनाडु, केरल और असम के लिए भी बड़े एलान किए. उन्होंने कहा, ''3500 किमी नेशनल हाईवेज प्रोजेक्ट के तहत तमिलनाडु में 1.03 लाख करोड़ रुपए खर्च होंगे. इसका कंस्ट्रक्शन अगले साल शुरू होगा. 1100 किमी नेशनल हाईवे केरल में बनेंगे. इसके तहत मुंबई-कन्याकुमारी कॉरिडोर भी बनेगा. केरल में इस पर 65 हजार करोड़ रुपए खर्च होंगे. वहीं 34 हजार करोड़ रुपए असम में नेशनल हाईवेज पर खर्च होंगे.


गौरतलब है कि देश में चाय का सर्वाधिक उत्पादन करने वालों राज्यों में पश्चिम बंगाल और असम शामिल हैं. केंद्र सरकार के इस कदम को आगामी विधानसभा चुनावों के मद्देनजर एक अहम कदम माना जा रहा है. इतना ही नहीं सरकार ने इन दोनों राज्यों के अलावा तमिलनाडु और केरल के लिए भी कई सौगातों का ऐलान किया है. इन सभी राज्यों में विधानसभा चुनाव की तैयारियां चल रही हैं.