Budget 2022: केंद्र सरकार (Budget) 1 फरवरी को बजट पेश करेगी. बजट से पहले सरकार इकोनॉमिक सर्वे (Economic Survey) पेश करती है. इस साल का बजट सत्र 31 जनवरी को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के अभिभाषण के साथ शुरू होगा उसके बाद में वित्तमंत्री सदन में आर्थिक सर्वेक्षण पेश करेंगी.
क्या होता है इकोनॉमिक सर्वे?
इकोनॉमिक सर्वे देश के आर्थिक विकास का लेखा जोखा होता है, जिसके आधार पर यह देखा जाता है कि पिछले एक साल में देश की अर्थव्यवस्था किस तरह की रही. इशके साथ ही कहां पर नुकसान हुआ और कहां पर फायदा हुआ इसका आंकलन भी इसी सर्वे से लगाया जाता है. यह वित्त मंत्रालय (Finance Ministry) का प्रमुख वार्षिक दस्तावेज होता है.
बजट से पहले किया जाता है पेश
आपको बता दें इकोनॉमिक सर्वे के आधार पर यह तय किया जाता है कि आने वाले साल में अर्थव्यवस्था में किस तरह की संभावनाएं देखने को मिलेंगी. इसके अलावा इस आधार पर सरकार को भी सुझाव दिए जाते हैं. इसको हमेशा बजट से ठीक पहले पेश किया जाता है.
कौन तैयार करता है ये इकोनॉमिक सर्वे?
आर्थिक सर्वेक्षण वित्त मंत्रालय में आर्थिक मामलों के इकोनॉमिक्स डिविजन के द्वारा तैयार किया जाता है. यह मुख्य आर्थिक सलाहकार की देखरेख में तैयार किया जाता है. इसको वित्तमंत्री सीतारमण की मंजूरी के बाद में ही इसको रिलीज किया जाता है.
पहली बार कब पेश हुआ था इकोनॉमिक सर्वे
भारत में पहली बार इकोनॉमिक सर्वे साल 1950-51 में पेश किया गया था. साल 1964 तक इसको केंद्रीय बजट के साथ में पेश किया जाता था. वहीं, 1964 में इसको बजट से अलग कर दिया गया था.
31 जनवरी को होगी प्रेस कॉन्फ्रेंस
डॉ. वी. अनंत नागेश्वरन (Dr V. Anantha Nageswaran) को चीफ इकोनॉमिक एडवाइजर नियुक्त किया गया. डॉ. नागेश्वरन इकोनॉमिक सर्वे पर 31 जनवरी को प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा संसद में इकोनॉमिक सर्वे पेश करने के बाद CEA की प्रेस वार्ता होगी.