Budget 2022: बजट में डिजिटलीकरण पर फोकस से हैं खुश, क्या है इंडस्ट्री और बाजार दिग्गजों की राय, जानें
Budget 2022-23 View form Industry: इस बजट से इंडस्ट्री की उम्मीदें कितनी पूरी हुई हैं इस पर इंडस्ट्री के दिग्गजों और जानकारों ने अपनी राय दी है. आप भी जानें कि आखिर बजट को कैसा रिस्पॉन्स मिल रहा है.
Budget 2022: बजट 2022 आज संसद में पेश हो चुका है और हेल्थकेयर से लेकर एजूकेशन सेक्टर और हॉस्पिटलिटी सेक्टर से लेकर इंफ्रा सेक्टर के लिए अलग-अलग एलान हो चुके हैं. इन एलानों को इंडस्ट्री कैसे देखती है और इनको लेकर क्या राय बन रही है, वो आप यहां जान सकते हैं.
Pawas Tyagi, Co-Founder- edustoke
एजुस्टॉक के को-फाउंडर पावस त्यागी का कहना है कि एजूकेशन सेक्टर में डिजिटल कंटेट डेवलपमेंट और शिक्षा को डिजिटाइज करने को लेकर किए गए प्रयासों की सराहना की जानी चाहिए. आंगनवाड़ी के अपग्रेड करने को लेकर वित्त मंत्री ने जो एलान किए हैं वो प्रशंसनीय हैं. 5जी रोलआउट के जरिए ये बजट देश में क्वालिटी एजूकेशन को बढ़ावा देने वाला साबित होने वाला है और शिक्षा की उलब्धता आधुनिक तकनीक से हो सरेगी, ये भरोसा दिलाता है.
L Badri Narayanan, Executive Partner, Lakshmikumaran & Sridharan Attorneys
लक्ष्मीकुमारन एंड श्रीधरन एटॉर्नीज के एक्जीक्यूटिव पार्टनर एल बद्री नारायण का कहना है कि वर्चुअल डिजिटल करेंसी पर लगाया गए टैक्स से इस बात का भरोसा मिलता है कि डिजिटल करेंसी को देश में बैन किए जाने के आसार नहीं हैं. जैसे पहले डिजिटल करेंसी बिल के जरिए क्रिप्टो और अन्य करेंसी पर प्रतिबंध लगाए जाने की बात कही जा रही थी पर इतना भी साफ है कि इन डिजिटल करेंसी पर टैक्स लगाए जाने से निवेशकों की रूचि पर कुछ असर देखा जाएगा.
Samir Modi, Managing Director, Modi Enterprises
मोदी एंटरप्राइजेज के मैनेजिंग डायरेक्टर समीर मोदी का कहना है कि एजूकेशन सेक्टर के लिए उठाए गए सरकार के कदमों की तारीफ की जानी चाहिए जो अंतर्राष्ट्रीय स्टैंडर्ड की शिक्षा को देश में मुहैया कराने की दिशा में मददगार होगी. इसके अलावा ग्रामीण मांग और रियल एस्टेट सेक्टर के लिए लिए गए कदमों से भी देश के ये सेक्टर अच्छी ग्रोथ हासिल करेंगे. आरबीआई के डिजिटल करेंसी लाने पर मुहर लगाने की बात करके देश की अर्थव्यवस्था के डिजिटाइजेशन की भी बात की गई है जो एक प्रयास कहा जा सकता है लेकिन इसके नतीजे कैसे होंगे ये देखना होगा.
Ms. Romita Mazumdar, Founder, Foxtale
फॉक्सटेल की फाउंडर रोमिता मजूमदार ने बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि ये बजट भारतीय इकोसिस्टम के ग्रोथ आउटकम को मजबूत करने की दिशा में लिया गया कदम है. अब समय आ गया है कि भारतीय बाजार में स्टार्टअप्स के लिए ज्यादा से ज्यादा इंसेटिव दिए जाएं. लॉन्ग टर्म कैपिटल गेंस में प्रभावी कटौती एक अच्छी खबर है और सरकार का टैक्स रिडेंप्शन पीरीयड को बढ़ाने का प्रस्ताव स्टार्टअप्स और इंडस्ट्री के लिए अच्छी खबर है. मौजूदा सरकार के इस बजट से अर्थव्यवस्था में इंवेस्ट करने वाले निवेशकों के पास अच्छा सेंटीमेंट बनता दिखेगा, ऐसा भरोसा है.
Ram Raheja, Director at S Raheja Realty
एस रहेजा रियल्टी के डायरेक्टर राम रहेजा का कहना है कि बजट स्पष्ट तौर पर सारे बिजनेस सेंटीमेंट को पॉजिटिव करने में मदद करेगा. 1 लाख करोड़ रुपये की मदद से राज्यों को ओवरऑल इंफ्रास्ट्रक्चर और शहरी ढांचे को मजबूत करने में सहायता मिलेगी. ईज ऑफ डूईंग बिजनेस के क्षेत्र में भरोसेमंद कार्य किए जा रहे हैं, ऐसा भरोसा वित्त मंत्री की बजट स्पीच से मिलती है. डिजिटल रूपी भी सेंटीमेंट पॉजिटिव करने में मददगार होगा.
Melbin Thomas (Co-founder, Sahicoin)
सहीकॉइन के को-फाउंडर मेल्बिन थॉमस का कहना है कि सरकार के डिजिटल ऐसेट्स को रेगुलेट करने के लिए उठाए जा रहे कदमों पर इंडस्ट्री को बूस्ट मिलेगा. इसके जरिए क्रिप्टोकरेंसीज के बारे में चल रही कई भ्रामक धारणाओं को तोड़ने में मदद मिलेगी. इसे एक अलग ऐसेट क्लास के रूप में मान्यता देने से इसके और फायदे सामने आएंगे.
Sidharth Agarwal, Director, Spectrum Talent Management
स्पेक्ट्रम टैलेंट मैनेजमेंट के डायरेक्टर सिद्धार्थ अग्रवाल का कहना है कि 60 लाख नए जॉब क्रिएट करने के बारे में वित्त मंत्री ने कहा है लेकिन इसको एकदम स्पष्ट रूप से नहीं बताया गया है कि कहां से इसके लिए पैसा आएगा. पिछले 2 साल से कोरोना महामारी के दौरान देखी जा रही मुश्किल स्थितियों के सामने मिडिल क्लास और सैलरीड क्लास के लिए ज्यादा कुछ करने की जगह नहीं थी. हालांकि इंडस्ट्री और स्टार्टअप्स के लिए उठाए गए कुछ कदम रोजगार पैदा करेंगे, ऐसी उम्मीद की जा सकती है.
Varun Mohan, Founder & CEO, Definite
डेफिनिट के फाउंडर और सीईओ वरुण मोहन का कहना है कि भारत की आर्थिक ग्रोथ 9.2 फीसदी पर आना दिखाता है कि इसकी इकोऩमी के सभी सेक्टर्स में ग्रोथ आ रही है. गति शक्ति के जरिए इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए बड़ा निवेश किया जाएगा और ये सरकार का स्वाग्तयोग्य कदम है. डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में भी सरकार ने जो एलान किए हैं वो देश की अर्थव्यवस्था को मॉडर्न करने में काम आएगा.
Sarbojit mallick, Founder and CBO, Instahyre
इंस्टाहायर के फाउंडर और सीबीओ सरबोजित मलिक का कहना है कि 60 लाख नए जॉब मैन्यूफैक्चरिंग, फूड प्रॉडक्ट्स और सोलर के क्षेत्र में भी आएंगे और इनसे ये सेक्टर तेज गति से ग्रोथ हासिल कर पाएंगे. एग्रीटेक, डीपटेक, ईवी टैक जैसे सेगमेंट पर ज्यादा जोर से टेक स्टार्टअप्स को फायदा मिलेगा. ग्लोबल तौर पर जमने में भारतीय स्टार्टअप्स को इनसे पुख्ता तौर पर मदद मिलेगी.
Raheel Shah, Director, BDR Group of Companies
बीडीआर ग्रुप ऑफ कंपनीज के डायरेक्टर राहील शाह का कहना है कि ग्रोथ पर सरकार का फोकस है और इसके फ्रेमवर्क पर मेहनत की गई है. कृषि, मेडिकल, हेल्थकेयर, इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए सरकार को तेजी से आगे बढ़ना होगा और इस बजट से इसमें मदद मिलने का भरोसा है. देश का वैक्सीनेशन प्रोग्राम बहुत तेज गति से चल रहा है और इसके लिए मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर को और अधिक बूस्ट देने की कोशिश सरकार की ओर से की जा रही है.
Prashant Ruia, Director - Essar Capital on Union Budget 2022
एस्सार कैपिटल के डायरेक्टर प्रशांत रूइया का कहना है कि बजट में अगले 25 सालों का ब्लूप्रिंट अच्छा लग रहा है. पब्लिक इंवेस्टमेंट का बूस्टर डोज कॉरपोरेट इंवेस्टमेंट को बढ़ाएगा, ऐसी उम्मीद की जा सकती है. टेक्नोलॉजी के साथ इंफ्रास्ट्रक्चर पर फोकस रोजगार बढ़ाने में निश्चित तौर पर काम आएगा और देश की आर्थिक तस्वीर बदलेगी.
Dr Tarang Gianchandani, CEO, Sir HN Reliance Foundation Hospital
सर एचएन रिलायंस फाउंडेशन हॉस्पिटल के सीईओ डॉ तरंग ज्ञानचंदानी का कहना है कि इंफ्रा पर दिए गए बजट एलोकेशन से खास तौर पर हेल्थकेयर सेक्टर पर अच्छा बूस्ट आएगा जो कि बेहद जरूरी भी है. देश की आर्थिक हालत के साथ-साथ सेहत भी अच्छी रहने की जरूरत है. नेशनल डिजिटल हेल्थ इकोसिस्टम के डेवलप होने से लोगों को मेडिकल सहायता आसानी से और डिजिटर तरीके से बिना दिक्कतों के मिल पाएगी.
Mr Jai Decosta, Founder and CEO at K12 Techno Services Pvt Ltd
K12 टेक्नो सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड के फाउंडर और सीईओ जय डिकोस्टा का कहना है कि मौजूदा सरकार हर सेगमेंट में डिजिटाइजेशन के प्रति ज्यादा सतर्क दिखती है.
इसमें एजूकेशन पर मुख्य फोकस होना सरकार के लिए तारीफ की बात होगी और आगे चलकर इसके सारे फायदे देखने को मिलेंगे. कोरोनाकाल में वैसे भी फिजिकल मोड से एजूकेशन पर बहुत नकारात्मक असर आया है और ऐसे में डिजिटल यूनिवर्सिटी के जरिए शिक्षा को प्रदान करने की सोच काफी उपयोगी साबित हो सकती है.
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