(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Budget 2022: 160 साल से भी ज्यादा पुराना है भारत के बजट का इतिहास, यह है उससे जुड़े कुछ रोचक तथ्य
India Budget 2022: साल 1991 में तत्कालीन वित्त मंत्री मनमोहन सिंह (Manmohan Singh) ने सबसे ज्यादा शब्दों वाला बजट पेश किया था. उन्होंने करीब 18,650 शब्दों का इस्तेमाल किया था.
Union Budget 2022: मंगलवार यानी 1 फरवरी 2022 को देश का आम बजट पेश किया जाएगा. सोमवार 31 जनवरी को संसद का बजट सत्र शुरू हो गया. आज देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण वित्त वर्ष 2022-23 के लिए आम बजट पेश करेंगी. यह लगातार चौथा मौका है जब निर्मला देश का आम बजट पेश करने वाली हैं. उनके बजट की खास बात ये रही है कि वह इतिहास का सबसे लंबा बजट भाषण पेश कर चुकी है. गौरतलब है कि भारत का बजट इतिहास करीब 162 साल पुराना रहा है. तो चलिए देश का आम बजट पेश होने से पहले हम आपको इसके इतिहास के बारे में बताते हैं.
1. हमारे देश का बजट इतिहास करीब 162 साल पुराना है. पहली बार देश का बजट साल 1860, 7 अप्रैल को पेश किया गया था. स्कॉटिश अर्थशास्त्री और ईस्ट इंडिया कंपनी से जुड़े नेता जेम्स विल्सन (James Willson) ने ब्रिटेन में महारानी के सामने भारत का बजट पेश किया था.
2. देश की आजादी के बाद पहला बजट 26 नवंबर, 1947 को पेश किया गया था. इस बजट को तत्कालीन वित्त मंत्री आर. के. षणमुखम चेट्टी (R. K. Shanmukham Chetty) ने संसद में पेश किया था.
3. देश का सबसे लंबा बजट भाषण का रिकॉर्ड मौजूदा वित्त मंत्री के नाम ही है. उन्होंने वित्त वर्ष 2020-2021 में कुल 2 घंटे 42 मिनट का बजट भाषण पेश किया था. इससे पहले भी साल 2019 में उन्होंने 2 घंटे 17 मिनट का बजट भाषण देकर रिकार्ड बनाया था.
4. सबसे छोटा बजट भाषण साल 1977 के तत्कालीन वित्त मंत्री हीरूभाई मूलजीभाई पटेल (Hirubhai M. Patel) ने दिया था. उन्होंने केवल 800 शब्दों वाला बजट भाषण पेश किया था.
5. साल 1991 में तत्कालीन वित्त मंत्री मनमोहन सिंह (Manmohan Singh) ने सबसे ज्यादा शब्दों वाला बजट पेश किया था. उन्होंने करीब 18,650 शब्दों का इस्तेमाल किया था. इसके अलावा पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली ने 18,604 शब्दों वाला भाषण पेश किया था.
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6. देश में सबसे ज्यादा बजट पेश करने का रिकॉर्ड पूर्व प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई (Morarji Desai) के नाम पर दर्ज था. वह साल 1962 से लेकर 1969 तक देश के वित्त मंत्री रहे थे. इस बीच उन्होंने 10 बार से ज्यादा देश का आम बजट पेश किया था. वहीं पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने 9 बार, पूर्व वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी ने 8 बार बजट देश के सामने पेश किया था.
7. साल 1999 तक फरवरी के अंतिम वर्किंग डे तक बजट पेश किया जाता था. इसे शाम में 5 बजे देश के सामने रखा जाता था. इसके बाद साल 1999 में तत्कालीन वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा (Yashwant Sinha) ने इसे सुबह 11 बजे से पेश करना शुरू कर दिया.
8. इसके बाद साल 2017 में तत्कालीन वित्त मंत्री अरुण जेटली (Arun Jaitley) ने साल 2017 से 1 फरवरी को बजट पेश करने की परंपरा शुरू कर दी. इसके बाद से ही देश का आम बजट सुबह 11 बजे और 1 फरवरी को ही पेश किया जाता है.
9. पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी (Former PM Indira Gandhi) ने साल 1970 में वित्त मंत्री के तौर पर पहली बार आम बजट पेश किया था. यह पहल मौका था जब किसी महीला ने बजट पेश किया था.
10. साल 2017 तक देश के रेल और आम बजट को अलग-अलग पेश किया जाता था. साल 2017 के बाद दोनों का विलय कर दिया गया. अब केवल एक ही बजट पेश (India Budget 2022) किया जाता है.
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