Budget 2024-25 Meeting: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण इस समय आम बजट 2024-25 की तैयारियों में लगी हुई हैं. आज इसी सिलसिले में उन्होंने वित्त मंत्रालय और कैपिटल मार्केट सेक्टर के साथ बैठक की. आज नई दिल्ली में निर्मला सीतारमण ने आने वाले आम बजट 2024-25 के लिए फाइनेंशियल और कैपिटल मार्केट सेक्टर के प्रमुख एक्सपर्ट्स के साथ दूसरे प्री-बजट कंसल्टेशन मीटिंग की अध्यक्षता की.


कई वरिष्ठ अधिकारी हुए प्री-बजट मीटिंग में शामिल


प्री-बजट कंसलटेशन मीटिंग में केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी भी शामिल हुए. उनके साथ फाइनेंस सेक्रेटरी, रेवेन्यू सचिव और आर्थिक मामलों के विभाग के सचिव ने भी इस बैठक में अपनी राय दी. कॉर्पोरेट मामले के मंत्रालय के सचिवों के साथ भारत सरकार के मुख्य आर्थिक सलाहकार वी अनंत नागेश्वरन भी इस मीटिेग में मौजूद रहे.






कब आएगा आम बजट 2024-25


वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण जुलाई के तीसरे हफ्ते में लगातार सातवां बजट पेश कर सकती हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार के तीसरे कार्यकाल का ये पहला बजट होगा. गौरतलब है कि वित्त मंत्रालय में प्री-बजट बैठकों का दौर चल रहा है और इसी 18 जून को रेवेन्यू सेक्रेटरी संजय मल्होत्रा के हुई प्री-बजट मीटिंग में बिजनेस चैंबर सीआईआई के प्रेसीडेंट संजीव पुरी ने टैक्स रेट में राहत देने की मांग रखी है. इसके अलावा वित्त मंत्री ने इंडस्ट्री के शेयरधारकों के साथ भी बजट से पहले चर्चा की है और इसमें आने वाले बजट को लेकर उनकी आकांक्षाओं और अपेक्षाओं को जाना गया है.


19 जून को हुई अर्थशास्त्रियों के साथ बैठक


केंद्रीय वित्त और कॉरपोरेट मामलों की मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को भी आम बजट 2024-25 के बारे में प्रमुख अर्थशास्त्रियों के साथ प्री-बजट बैठक की अध्यक्षता की. वित्त मंत्रालय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर जानकारी दी थी कि नई दिल्ली में इस प्री-बजट कंसलटेशन मीटिंग में केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी, वित्त सचिव, आर्थिक मामलों, राजस्व, वित्तीय सेवाओं और कॉरपोरेट मामलों के विभागों के सचिव और भारत सरकार के मुख्य आर्थिक सलाहकार (सीईए) भी शामिल हुए.


अर्थशास्त्रियों ने दी रोजगार के अवसर के लिए सलाह


वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के साथ बुधवार को बजट पूर्व बैठक में भाग लेने वाले अर्थशास्त्रियों ने कहा कि 2024-25 के बजट में मैन्यूफैक्चरिंग सेक्टर को बढ़ावा देने के अलावा रोजगार पैदा करने पर भी ध्यान दिया जाना चाहिए. बैठक में स्वदेशी जागरण मंच के राष्ट्रीय सह-संयोजक अश्विनी महाजन, औद्योगिक विकास अध्ययन संस्थान (आईएसआईडी) के डायरेक्टर और मुख्य कार्यकारी नागेश कुमार और टीसीए अनंत सहित अन्य लोग शामिल हुए थे.


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